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Lapse in PM Modi Security: पीएम मोदी के खिलाफ साजिश में CM चन्नी, 10 जनपथ और DGP का हाथ? SPG से बोला झूठ

पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक! ये बड़े चेहरे साजिश में शामिल

पांच जनवरी को फिरोजपुर जाते समय प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जो साजिश की गई उसके तथ्य चीख-चीख कर कह रहे हैं कि पंजाब के कठपुतली चीफ मिनिस्टर कथित कन्वर्टेड क्रिश्चियन चरणजीत सिंह चन्नी प्रधानमंत्री के खिलाफ हुई इस साजिश का मुख्य टूल हैं। सोनिया गांधी ने इस साजिश को पंजाब सरकार की 'गल्ती'के तौर परस्वीकार किया है। यह उनके भीतर के डर और राहुल-प्रियंका के इस साजिश में शामिल होने की ओर सीधा संकेत कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान हुसैनीवाला में अवरोध के मामले की जांच आतंकवादी साजिश के एंगल से भी हो रही है। क्यों कि पीएम मोदी के रास्ते में जहां अवरोध डाला गया था वो इलाका पाकिस्तानी आर्टिलरी की रेंज में है। कुछ दिन पहले ही इन्ही इलाकों से पाकिस्तानी आतंकियों के स्लीपर सेल भी पकड़े गए थे। 

इस मामले में पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्या के ममता बनर्जी से रिश्तों की जांच होनी चाहिए। पाक-इमरान परस्त सिद्धू के पिट्ठू डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को भी जांच स्कैनर से गुजरना होगा। इससे पहले इन तीनों यानी चीफ मिनिस्टर चन्नी, मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के संवैधानिक दायित्व निलंबित किए जाएं। उनकी सरकारी संचार-संपर्क सुविधाएं वापस ली जाएं और जांच पूरी होने तक सुनिश्चित होने तक निर्धारित किया जाए कि किसी भी मानवीय या तकनीकि साक्ष्य को भ्रष्ट न कर सकें। जरूरत समझे जाने पर इन सब को हाउस अरेस्ट रखा जाए।   कांग्रेस पार्टी और पंजाब के मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री जनता में यह भ्रम फैलाने की कोशश कर रहे हैं कि पीएम मोदी ने अचानक प्रोग्राम बदल दिया और सड़क मार्ग से जाने का फैसला किया।

गांधी फेमिली की कठपुतली पंजाब के सीएम चन्नी गली-कूंचे के नेताओं की तरह बोल रहे हैं कि न ‘गोली चली, न लाठी-पत्थर न नारे लगे, ओए तेरी सुरक्षा को कैसे खतरा हो गया।’भठिण्डा एयरपोर्ट पर हमारे वित्तंमंत्री से कहा जाता है कि अपने सीएम को बोलना थैंक्यू बोलना, मैं बच कर आ गया। अरे भाई तू इतनी बड़ी पोस्ट पर बैठा है तुझे डरना नहीं चाहिए।’

हरीश रावत जैसे बड़े नेता का बयान हास्यास्पद है, अचानक रोड रूट की मां की गई थी। एसपीजी, पीएम के काफिले को उस रास्ते ले जाने से पहले खुद सैनिटाइज करती। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम आधा-पौन घंटा लेट हो जाता तो कौन सा बम फूट जाता।

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छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल तो वही बोल रहे हैं जो प्रियंका वाड्रा की लॉबी बोल रही है। हालांकि, कांग्रेस के ही सुनील जाखड़ और मनीष तिवारी जैसे नेता हैं जो प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को अक्षम्य अपराध बता रहे हैं। ऐसे नेताओं को प्रियंका वाड्रा की लॉबी ने हांसिए पर डाल दिया है। इस कांड के कांग्रेस को हुए नुकसान की भरपाई यानी डैमेज कंट्रोल के लिए सोनिया गांधी आगे आई और उन्होंने पंजाब सरकार की गल्ती मानी, लेकिन तत्काल प्रियंका लॉबी आगे आ गई। कांग्रेस की प्रियंका लॉबी ने बयान जारी किया है कि पांच दिसंबर की घटना के बारे में चन्नी की सोनिया गांधी से कोई बात नहीं हुई है। गनीमत है कि राहुल गांधी देश में नहीं हैं। वो अपनी नानी के घर आराम फरमा रहे हैं।

प्रियंका वाड्रा और उनकी लॉबी के लोग शायद होम वर्क ठीक से नहीं करते। भठिंडा एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी के रुकने के दौरान एसपीजी और पंजाब के डीजीपी के बीच 11 बार बात-चीत हुई। इस बात-चीत के दौरान डीजीपी ने जिस सुरक्षित वीआईपी रूट का सुझाव दिया उसी पर प्रधानमंत्री का काफिला आगे बढ़ा। अभी तक की जांच से आभास हो रहा है कि पंजाब के डीजीपी ने रोड ब्लॉक होने की जानकारी एसपीजी से जानबूझकर छिपाई।

पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और मुख्यसचिव अनिरुद्ध तिवारी की नियुक्ति सिफारिशन की गई है, पीएम मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान वो किस के निर्देशों पर काम कर रहे थे, यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। भारत की संघीय सरकार के गृह मंत्रालय को तत्काल कदम उठाते हुए इन अफसरों समेत पंजाब के सीएम को इनके अधिकारों वंचित कर देना चाहिए। हालांकि, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के चूक के मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा में चूक का मामला माना है और एआईए (नेशनल इनवेस्टिगेटिव एजेंसी) को जांच में सहयोग की टिप्पणी की है।