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अंतरिक्ष में ज़ोरदार धमाका! धरती, चांद, और मंगल से पहली बार एक साथ टकराया सौर तूफान

Big bang in space: 2023 में सौर तूफान बहुत ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। ये पृथ्वी के तापमान को बढ़ा रहे हैं। यह तापमान धरती के ऊपरी, या बाहरी वायुमंडल, जिसे थर्मोस्फीयर (thermosphere) कहते हैं, में तेजी से बढ़ा है। 2023 की शुरुआत से लेकर अब तक कई सौर तूफान पृथ्वी से टकरा चुके हैं। जिन्होंने थर्मोस्फीयर को इतना गर्म अभी से कर दिया है, जितना यह अगले 20 सालों में होने वाला था। सोलर स्टॉर्म, सौर तूफान, या जियोमेग्नेटिक स्टॉर्म ऐसे तूफान होते हैं जो सूर्य की सतह से निकलते हैं। सूर्य के लिए 2023 इसकी साइकिल का 11 वां साल है। हर 11 साल में सूर्य की सतह पर होने वाली गतिविधियों में दोगुनी तेजी आती है। हर 11 साल में सूर्य एक साइकल पूरी करता है। यह सूर्य की 25वीं साइकल का समय है। इसमें परिणाम यह होता है कि सूर्य की सतह से ऊर्जा के तूफान फूटते हैं, जिनका असर सौरमंडल के ग्रहों पर बहुत ज्यादा पड़ता है।

धरती के लिए भी होता है खतरा

इस घटना को दुर्लभ ग्राउंड लेवल इनहैंसमेंट के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसमें सूर्य से निकले कणों में इतनी ऊर्जा होती है कि वह पृथ्वी की सुरक्षा करने वाली चुंबकीय क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं। 1940 के दशक से सूर्य के विस्फोटों का रिकॉर्ड रखा जा रहा है, और तब से इस तरह की घटना का यह 73वां मौका है। क्योंकि चंद्रमा और मंगल का चुंबकीय क्षेत्र कमजोर हैं, ऐसे में सौर कण आसानी से उनकी सतह तक पहुंच सकते हैं और मिट्टी में सेकेंड्री रेजिएशन पैदा करते हैं।

यह घटना क्यों है महत्वपूर्ण

मंगल ग्रह के पास अपना पतला वायुमंडल है, जो ज्यादातर कम ऊर्जा वाले सौर कणों को रोक देते हैं और ज्यादा ऊर्जावान कणों को धीमा कर देते हैं। चंद्रमा और मंगल पर भविष्य में इंसान जाना चाहते हैं। ऐसे में उनके शरीर पर इसका संभावित प्रभाव क्या होगा, यह समझना बेहद जरूरी है। अंतरिक्ष यात्रियों को रेडिएशन बीमारी से खतरे का सामना करना पड़ता है। 700 मिलीग्राम से ज्यादा का रेडिएशन इंटरनल ब्लीडिंग का कारण बन सकता है। अगर अंतरिक्ष यात्री को 10 से ज्यादा ग्रे का रेडिएशन मिले तो दो हफ्ते से कम जिंदा रहने की संभावना बनती है।

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