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अमेरिका से भिड़ेगा चीन, छिड़ेगा अंतरिक्ष युद्ध, चोरी-चोरी नजर रख रहा ड्रैगन

chinese spacecraft satellites

पृथ्वी की जियोस्टेशनरी ऑर्बिट में घूम रहे अमेरिकी उपग्रहों पर चीनी अंतरिक्ष यान बुरी नजर बनाए हुए है। चीनी अंतरिक्ष यान अमेरिकी उपग्रहों की जासूसी कर रहा है। Tongxin Jishu Shiyan Weixing या TJS-3 नाम के इस अंतरिक्ष यान को चीन ने एक एक्सपेरिमेंटल कम्यूनिकेशन सैटेलाइट बताया है। इसे 2018 के अंत में जियोस्टेशनरी ऑर्बिट लॉन्च किया गया था।

छोटा सैटेलाइट टीजेएस-3 की क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करने के लिए भेजा गया था। चीन की इस हरकत से अमेरिका के साथ अंतरिक्ष युद्ध का खतरा बढ़ गया है। ऑर्बिटल डेटा से पता चलता है कि टीजेएस-3 हाल में ही अमेरिकी उपग्रहों के करीब पहुंचा था। ऑर्बिटल फोकल नाम के एक ट्विटर अकाउंट ने दोनों के परिक्रमा पथ को दिखाते हुए बताया कि यह चीनी अंतरिक्ष यान जियोस्टेशनरी बेल्ट में चक्कर काट रहा है।

लेकिन, हाल में ही यह अमेरिकी उपग्रहों यूएसए 233 और यूएसए 298 पर करीब से नजर डालने के लिए अपनी जगह पर रुक गया था। चीनी अंतरिक्ष यान ने जिन अमेरिकी उपग्रहों की जांच की वे अमेरिकी स्पेस फोर्स के मिलिट्री कम्यूनिकेशन सैटेलाइट हैं। जियोस्टेशनरी ऑर्बिट उपग्रह पृथ्वी से 22,236 मील (35,786 किलोमीटर) ऊपर काम करते हैं। वहां उनकी स्पीड पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने की स्पीड से मेल खाती है।

ऐसे में उन्हें पृथ्वी की सतह पर किसी खास बिंदु पर स्थिर होकर नजर रखने का मौका मिल जाता है। कम्यूनिकेशन और अन्य उद्देश्यों के लिए इस कक्षा का काफी उपयोग किया जाता है। दुनिया के अधिकतर देशों के कम्यूनिकेशन सैटेलाइट इसी इलाके में मौजूद हैं। इसके अलावा अधिकतर मिलिट्री सैटेलाइटों को भी इसी कक्षा में तैनात किया जाता है।

स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस (एसएसए) डेटा का मिलान और विश्लेषण करने वाले एक वेब टूल सैटेलाइट डैशबोर्ड के अनुसार, चीनी अंतरिक्ष यान टीजेएस-3 31 अक्टूबर 2022 को यूएसए 233 के 3.8 मील (6.2 किमी) के करीब पहुंचा था। अमेरिका, रूसी और चीनी उपग्रह इस ऑर्बिट में एक दूसरे के बारे में जानकारी जुटाने की होड़ में लगे हैं। वहीं, चीन के TJS-3 उपग्रह के बारे में बहुत कम जानकारी है, लेकिन अमेरिका और अन्य देशों की नजरें इस पर बनी हुई हैं।