पिछले दो साल से दुनियाभर में तूफान मचा रहा कोरोना वायरस के स्रोत पर बड़ा खुलासा हुआ है। एक नए में शोधकर्ताओं का मानना है कि इस बात की पूरी संभावना है कि दो अलग-अलग कोरोना वायरस चीन के वुहान बाजार में जिंदा बेचे जाने वाले पशुओं में फैल रहे थे और यही से इंसानों में इसका प्रसार हुआ और विश्वभर में यह महामारी फैली। मालूम हो इससे पहले जून महीने में WHO ने इस बात पर जोर दिया था कि वैज्ञानिक लैब लीक समेत कोरोना वायरस के सभी संभावित स्रोत का पता लगाने के लिए लगातार शोध जारी रखें।
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक दो नए शोध में बिल्कुल अलग ही रवैया अपनाया गया लेकिन दोनों में एक ही निष्कर्ष निकला। यह निष्कर्ष था चीन के वुहान शहर का हुआनान सीफूड मार्केट। इस बात की सबसे ज्यादा संभावना है कि यह बाजार ही कोरोना वायरस का केंद्र था। यह शोध मंगलवार को जर्नन साइंस में प्रकाशित हुआ है। एक शोध में दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने मैपिंग टूल और सोशल मीडिया रिपोर्ट का इस्तेमाल किया। उन्होंने पाया कि हालांकि ठीक-ठीक परिस्थितियों का पता लगाना बहुत मुश्किल है लेकिन वुहान के बाजार में जिंदा बेचे जाने वाले जानवरों में संभवत: साल 2019 के अंतिम दिनों में ही यह वायरस मौजूद था।
शोध में कहा गया है, '20 दिसंबर के पहले दर्ज किए गए सभी 8 मामले बाजार के पश्चिमी हिस्से की ओर थे। इसी इलाके में पशु भी बेचे जाते थे।' शोध के मुताबिक 5 दुकानें ऐसी थीं जहां जिंदा या काटकर पशु बेचे जाते थे और माना जा रहा है कि यहीं से कोरोना वायरस इंसानों में फैला। शोध के सह लेखक क्रिस्टेन एंडर्सन ने कहा कि इन दुकानों का पता लगाना बहुत ही खास है। एक अन्य सहलेखक अमेरिकी वैज्ञानिक माइकल वोरोबे ने कहा कि इन मामलों की जांच में एक असाधारण पैटर्न का पता लगा जो बहुत साफ था।
वुहान बाजार में यूं फैला वायरस
शोधकर्ताओं ने उन लोगों के मामलों की जांच की जिनका वुहान बाजार से कोई संबंध नहीं था और उनकी भी जांच की जो वुहान बाजार में काम करते थे या उसके आसपास ही रहते थे। इसमें पाया गया कि वायरस पहले उन लोगों में फैला जो वहां काम करते थे, इसके बाद उसने स्थानीय समुदाय में हर तरफ फैलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि ये वेंडर स्थानीय दुकानों पर जाते थे और वहां उन्होंने लोगों को संक्रमित कर दिया। जिसके बाद कोरोना का जमकर कोहराम मचा।