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अंटार्कटिका की बर्फ के नीचे रहस्यमय ‘पिरामिड’ दबने से हड़कंप, क्या एलियन ने बनाया? जानें सच्चाई

अंटार्कटिका में रहस्यमय 'पिरामिड'

कॉन्सपिरेसी थ्योरिस्ट यह दावा कर रहा है कि अंटार्कटिका (Antarctica) में एक नया पिरामिड खोजा गया है। हाल ही में इससे जुड़ी सैटेलाइट फोटो सामने आई हैं। बर्फीले महाद्वीप में एक रहस्यमय त्रिकोण संरचना देखने को मिली है, जिसे दुनिया का सबसे नया आश्चर्य बताया जा रहा है। कई लोग इसे लेकर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर यह नया पिरामिड कहां से आया है। अंटार्कटिका की एल्सवर्थ पर्वत श्रृंखला के दक्षिणी भाग पर ली गई तस्वीरों में विशाल पिरामिड की तरह दिखने वाली एक आकृति नजर आ रही है। यहां एक पिरामिड की आकृति देखने को मिली। पिरामिड स्पष्ट रूप से एक वर्गाकार आधार पर है। यह हर दिशा में दो किमी तक है। यह मिस्र के गीजा के पिरामिड की तरह है। इसकी तस्वीरें सामने आने के बाद कई कॉन्सपिरेसी थ्योरिस्ट अपने विचार शेयर कर रहे हैं। वह इस बाद की अटकलें लगा रहे हैं कि आखिर यह क्या है और वहां कैसे पहुंचा।

पिरामिड का सच क्या?
ऑनलाइन कुछ लोगों ने कहा कि इस पिरामिड के पीछे काल्पनिक सीक्रेट सोसायटी इलुमिनाटी का हाथ है। जबकि कुछ ने इसके डिजाइन के लिए मनुष्यों को जिम्मेदार बताया। कुछ लोगों ने तो ऐसी कल्पनाएं दीं, जो सच में हैरान करने वाली हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘यह संरचना उस सभ्यता की है, जो बाढ़ से पहले अस्तित्व में थी। 10000 साल पहले अंटार्कटिका गर्म था।’ हालांकि आप किसी भी थ्योरी को मानें उससे पहले इसकी सच्चाई जान लीजिए। ये एक पहाड़ है।

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पिरामिड नहीं पहाड़
इस हैरान करने वाली संरचना को पिरामिड शिखर वाले पर्वत (Pyramidal Peak Mountain) के रूप में जाना जाता है। पॉट्सडैम में जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के भूविज्ञानी डॉ मिच डार्सी ने कहा कि यह पिरामिड के आकार वाला पहाड़ एल्सवर्थ पर्वत में स्थित है जो 400 किमी से अधिक लंबा है। इसलिए इसमें कोई आश्चर्य नहीं है। यह एक संयोग है कि चट्टान स्पष्ट रूप से एक विशेष आकार का बना है। पहाड़ों का ऐसा आकार होना आम है। क्योंकि यह बर्फ के बीच इकलौता दिख रहा है, इस कारण इसे अनोखा माना जा रहा है।