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धरती से कुछ किमी की दूरी से गुजरेगी बड़ी चट्टान,ऐस्टरॉइड जमीन से टकराया तो होगी भयंकर तबाही?

3600 किमी ऊपर से गुजरेगा ऐस्टरॉइड

Asteroid Near Earth: एक डिलीवरी ट्रक के बराबर एक ऐस्टरॉइड पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। ये अभी तक दर्ज की गई सबसे करीबी मुठभेड़ होगी। ज्यादातर कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स की कक्षा की दूरी के दसवें हिस्से के भीतर आ रहा है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने कहा कि नया खोजा गया ऐस्टरॉइड दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे से 3,600 किमी ऊपर से गुरुवार को शाम 7:27 बजे गुजरेगा। साथ ही नासा ने कहा इस दौरान पृथ्वी और ऐस्टरॉइड के बीच की निकटतम दूरी होगी और इसके धरती से टकराने की कोई संभावना नहीं है।

नासा के स्काउट ने की थी खोज

वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका ज्यादातर हिस्सा वायुमंडल में जल जाएगा। इसके बड़े-बड़े टुकडे़ संभवतः उल्कापिंडों के रूप में पृथ्वी पर गिरेंगे। नासा के इम्पैक्ट हैजर्ड असेसमेंट सिस्टम ने इसके टकराने की संभावना को खारिज कर दिया था। नासा के इस सिस्टम को स्काउट (Scout) भी कहते हैं। उन्होंने बताया कि लेकिन कुछ ही ऑब्जर्वेशन के बाद यह पता चला कि ऐस्टरॉइड ‘असाधारण रूप’ पृथ्वी के निकट आ जाएगा।

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फार्नोचिया ने कहा कि वास्तव में, यह अब तक दर्ज की गई नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट की ओर से निकटतम ज्ञात दूरियों में से एक है। शनिवार को खोजे गए 2023 BU के रूप में जाने जाने वाले ऐस्टरॉइड की लंबाई 11 से 28 फीट के बीच मानी जा रही है। इसे पहली बार क्रीमिया में शौकिया खगोलविद गेन्नेडी बोरिसोव ने देखा था। बोरिसोव ने 2019 में एक इंटरस्टेलर कॉमेट की खोज की थी। जब यह गुजरेगा, पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण की वजह से ऐस्टरॉइड अपने मार्ग से विचलित हो जाएगा। नासा के अनुसार, यह 425 दिनों तक चलने वाली अंडाकार कक्षा में चला जाएगा।

धरती के पास आ रहा धूमकेतु

आगामी 1 और 2 फरवरी को एक धूमकेतु पृथ्वी के पास से गुजरेगा। इसे 2 मार्च 2022 को पहली बार देखा गया था। 50 हजार साल बाद इसने हमारे सोलर सिस्टम में वापसी की है और अब यह सूर्य के करीब से गुजरने वाला है। पहले इसे उल्कापिंड समझा जा रहा था लेकिन बाद में पता चला कि यह एक धूमकेतु है।