Hindi News

indianarrative

देर से शुरू होने के बावजूद सामान्य तिथि से 6 दिन पहले ही पूरे देश में पहुंच गया मानसून

जहां 2 जुलाई को मॉनसून पूरे देश में पहुंच गया, वहीं दक्षिण के कई हिस्सों में छिटपुट भारी बारिश की आशंका है

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तिथि 8 जुलाई से 6 दिन पहले 2 जुलाई को पूरे देश में पहुंच गया।

मौसम कार्यालय ने कहा है कि मानसून 2 जुलाई को राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के शेष हिस्सों में आगे बढ़ गया है।इससे पूरे देश का कवरेज पूरा हो गया।

हालांकि, इस वर्ष मानसून की शुरुआत में देरी हुई है, क्योंकि यह पहली बार 8 जून को केरल तट से टकराया था, जो कि 1 जून की सामान्य तारीख़ से एक सप्ताह बाद था, तब से इसकी गति तेज़ होती गयी है और 25 दिनों के भीतर पूरे भारत को कवर कर लिया है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आम तौर पर 1 जून को शुरू होता है, जब यह केरल तट से टकराता है और पूरे देश को कवर करने में 38 दिन का समय लगता है।

 

मौसम कार्यालय का पूर्वानुमान:

*अगले 5 दिनों के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना।

*अगले 5 दिनों के दौरान दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में भी भारी से भारी वर्षा होने की संभावना; तटीय आंध्र प्रदेश में 3 से 5 जुलाई तक बारिश की संभावना

* 4 जुलाई को तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और 4 और 5 जुलाई को केरल में अत्यधिक भारी वर्षा।

*तेलंगाना में 4 और 5 तारीख़ को अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की भी संभावना है; रायलसीमा 3 से 5 तक; उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 3 और 6 जुलाई तक।

*पश्चिम भारत: अगले 5 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों और 2 और 6 जुलाई को गुजरात राज्य में हल्की/मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना।