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नई तबाही की आहट तो नहीं? जिंदा हो गया 46,000 साल पुराना कीड़ा!

जिंदा हुआ 46,000 साल पुराना Worm

Permafrost Worm:वैज्ञानिक हमेशा कुछ न कुछ नए करने में लगे होते हैं। इस बार वैज्ञानिकों ने एक ऐसे कीड़े को जिंदा कर दिया है,जो किसी बड़े विनाश की आहट से कम नहीं। बताया जा रहा है कि ह कीड़ा 46,000 साल पुराना है। कीड़ा लंबे समय से साइबेरिया के पर्माफ्रॉस्म में सुप्तावस्था में था। लेकिन इसे वैज्ञानिकों ने एक बार फिर जिंदा कर दिया है। करीब 4.5 हजार साल का यह कीड़ा जानलेवा भी हो सकता है। लेकिन इससे पहले इसकी प्रजाति के बारे में पता नहीं था, वैज्ञानिकों ने अब इसका खुलासा किया है।

वैज्ञानिकों ने 46,000 साल पहले जमे हुए एक Worm को फिर से जीवित किया है। जब इस पृथ्वी पर वुली मैमथ, बड़े दांतों वाले बाघ और विशाल एल्क का राज था, तब यह कीड़े देखने को मिलते थे।

साइबेरियाई पर्माफ्रॉस्ट में सतह से 40 मीटर नीचे सुप्तावस्था में जीवित

मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर सेल बायोलॉजी एंड जेनेटिक्स में प्रोफेसर एमेरिटस टेयमुरास कुर्जचालिया का कहना है कि यह राउंड Worm साइबेरियाई पर्माफ्रॉस्ट में सतह से 40 मीटर नीचे सुप्तावस्था में जीवित रहा। इसकी प्रजाति अज्ञात थी।

वैज्ञानिकों की माने तो क्रिप्टोबायोटिक अवस्था में जीव पानी या ऑक्सीजन की पूर्ण अनुपस्थिति में रह सकते हैं। साथ ही ठंडे तापमान के साथ अत्यधिक नमकीन परिस्थितियों में वो जीवित रह सकते हैं।

कुर्जचालिया का कहना है कि यह मृत्यु और जीवन के बीच की स्थिति होती है, जिसमें मेटाबोलिक एक्टिविटी इस हद तक कम हो जाती है कि उसका पता लगाना ही मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने इसे एक प्रमुख खोज बताते हुए कहा कि कोई भी जीव इस स्थिति में अपना जीवन रोक सकता है और फिर उसे शुरू कर सकता है।

ऐसे 100 कीड़ें जर्मनी ले गए वैज्ञानिक

पांच साल पहले रूस में मृदा विज्ञान में भौतिक रासायनिक और जैविक समस्या संस्थान के वैज्ञानिकों ने साइबेरियाई पर्माफ्रॉस्ट में दो राउंडवर्म प्रजातियों का पता लगाया था। इसके शोधकर्ताओं में से एक अनास्तासिया शातिलोविच ने कहा कि दो कीड़ों को केवल पानी से रिहाइड्रेट करके वापस जिंदा किया गया है। आगे के विश्लेषण के लिए 100 कीड़ों को जर्मनी ले जाया गया।

46,000 साल पुराना जीव

इन Worm को निकालने के बाद वैज्ञानिकों ने इसके समय का पता लगाने के लिए पर्माफ्रॉस्ट में मौजूद पौधों की सामग्री का रेडियोकार्बन विश्लेषण किया। इसमें पता चला कि यह लगभग 46,000 साल पुराने हैं।

इस Worm को पैनाग्रोलाईमस कोलीमेनिस नाम दिया गया

हालांकि वैज्ञानिकों को ये पता नहीं था कि वर्म किस प्रजाति की है। ड्रेसडेन और कोलोन में वैज्ञानिकों ने जब इस पर आनुवंशिक विश्लेषण किया तो पता चला कि यह एक नई प्रजाति है। शोधकर्ताओं ने इसे पैनाग्रोलाईमस कोलीमेनिस नाम दिया।

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