प्रतिकूल परिस्थितियों में शत्रु भी समझौता कर लेते हैं। इसका एक उदाहरण तब सामने आया, जब महाराष्ट्र वन विभाग और ग़ैर-सरकारी संस्था वाइल्डलाइफ़ एसओएस ने 25 फुट गहरे सूखे कुएं में एक साथ फंसे एक कोबरे और एक सुनहरे सियार को रेस्क्यू किया।
यह दुर्लभ घटना महाराष्ट्र के जुन्नार तालुका के राजुरी गांव में हुई।
गांव वाले इस बात से इसलिए हैरान थे, क्योंकि तो उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वे ऐसा दृश्य कभी देख भी पायेंगेगे, जब उनका ध्यान एक ही कुएं में एक साथ फंसे एक सांप और एक सियार पर गया। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए उन्होंने तुरंत एमएफ़डी को सूचित किया, जिसने बचाव अभियान के लिए एनजीओ को सतर्क कर दिया।
संकटग्रस्त जानवरों की मदद के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस बचाव दल मौक़े पर पहुंच गया। स्थिति का सावधानीपूर्वक आकलन करने के बाद उन्होंने पहले सियार को कुएं से बाहर निकालने के लिए एक जाल उतारा। इसके बाद रेस्क्यू टीम का एक सदस्य पांच फीट लंबे कोबरे को बाहर निकालने के लिए कुएं में उतर गया।
दो घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद दोनों पशुओं को जंगल में छोड़ दिया गया।
वन्यजीव एसओएस के पशु चिकित्सा अधिकारी, डॉ. अखिलेश धागे ने इस घटना के बारे में बातचीत करते हुए कहा: “सांप और सियार को उस अस्थायी वातावरण में सह-अस्तित्व में देखना एक अविश्वसनीय रूप से दुर्लभ दृश्य था। हमने साइट पर स्वास्थ्य मूल्यांकन किया और निर्धारित किया कि दोनों जानवर रिहाई के लिए फिट थे। 2 वर्षीय नर सियार को मौके पर ही छोड़ दिया गया, सांप को मूल बचाव स्थान से थोड़ी दूरी पर छोड़ा गया।