दुनियाभर में एलियंस को लेकर आए दिन कई दावे किए जाते हैं जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है। दुनियाभर में कई लोगों ने एलियन और यूएफओ को देखने का दावा किया है। क्या ब्रह्मांड में एलियन का अस्तित्व है? इसी सवाल का सही जवाब ढूंढने के लिए सालों से वैज्ञानिक रिसर्च करने में जुटे हुए हैं, लेकिन अब तक भी उन्हें कोई कामयाबी हासिल नहीं हो पाई है। हालांकि, आये दिन एलियन और यूएफओ को देखने के दावे किए जाते हैं। इस दौरान अब चीन के महाशक्तिशाली स्काई आई टेलिस्कोप ने ऐसे इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नल खोजे हैं जो पहले मिलने संकेतों से अलग है। इस बात का खुलासा खुद सबसे पहले चीन के सरकारी अखबार साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली ने किया। वहीं कुछ देर बाद इस खोज से जुड़ी रिपोर्ट और सोशल मीडिया पोस्ट्स डिलीट कर दिए गए।
चीन कर रहा सिग्नल की जांच
एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के सबसे बड़े टेलिस्कोप स्काई आई ने नैरो-बैंड इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सिग्नल को पकड़ा है। ब्लूमबर्ग के अनुसार चीनी अखबार ने रिसर्च के चीफ साइंटिस्ट झांग टोंजी का हवाला देते हुए कहा कि अभी मिले सिग्नल पहले कैप्चर किए गए सिग्नल से काफी अलग हैं। हालांकि, टोंजी ने कहा है कि यह महज एक रेडियो इंटरफेरेंस भी हो सकता है। वहीं इस खबर को तुरंत डिलीट क्यों किया यह बात अभी तक साफ नहीं हो पाई है। यह चीन की साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री का ऑफिशियल न्यूज पेपर है। हालांकि, रिपोर्ट डिलीट होने से पहले ही यह खबर कई मीडिया आउटलेट्स ने पब्लिश कर दी थी। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर भी रिपोर्ट वायरल हो गई थी।
चीन का नया मिशन
खास एलियन ढूंढने के लिए चीन ने क्लोजबाय हैबिटेबल एक्सोप्लानेट सर्वे (CHES) नाम का एक मिशन लॉन्च किया है। इस मिशन के जरिए सूर्य जैसे ही 100 तारों को टारगेट बनाया जाएगा और यहां के वातावरण को समझकर जीवन की संभावना को खोजा जाएगा। इतना ही नहीं, चीन धरती के समान ही दूसरा ग्रह ढूंढने के लिए पृथ्वी 2.0 मिशन 2026 में लॉन्च करेगा। स्काई आई टेलिस्कोप सितंबर 2020 में ही लॉन्च हुआ है। यह चीन के दक्षिण पश्चिमी प्रांत गुइझोउ में स्थित है। इसका डायमीटर 500 मीटर है और यह लो फ्रीक्वेंसी रेडियो सिग्नल के लिए बेहद संवेदनशील है। चीफ साइंटिस्ट झांग टोंजी का कहना है कि यह टेलिस्कोप एलियंस को ढूंढने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।