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जानवरों की तरह चार पैरों पर चलता है यह परिवार, चाल देख वैज्ञानिक भी रह गए दंग

तुर्की के इस परिवार ने वैज्ञानिकों को किया हैरान

तुर्की (Turkey) में एक बहुत ही अनोखा परिवार है, जिसके कुछ सदस्य चार पैरों पर चलते हुए देखे गए हैं। परिवार को “उलास फैमिली” के नाम से जाना जाता है। दरअसल, इस परिवार के साथ जो हो रहा है, उसने वैज्ञानिकों को इंसानों के विकास का एक बार फिर अध्ययन करने पर मजबूर कर दिया है। यहां के उलास परिवार के कुछ सदस्य दो नहीं बल्कि चार पैरों पर चलते हैं। यानी वो चलने-फिरने के लिए अपने दोनों हाथों का इस्तेमाल करते हैं और ये लोग किसी जानवर की तरह चलते हैं। ऐसा कभी भी पहले पूर्ण रूप से विकसित वयस्कों में नहीं देखा गया था।

इसमें परिवार के सदस्यों को भालू की तरह चलते हुए दिखाया गया है। इसके अलावा एक वैज्ञानिक पेपर भी पब्लिश किया गया, जिसमें परिवार के बारे में विवरण दिया गया है। बीबीसी के कार्यक्रम में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर हम्फ्री ने कहा था कि चार बहनें और एक भाई में असामान्य लक्षण देखा गया था। इससे यह सुराग मिल सकता है कि आखिर हमारे पूर्वज चार पैरों से दो पैरों वाले जानवर कैसे बने। इसी परिवार के छठे सदस्य में इस तरह के लक्षण थे, लेकिन दुर्भाग्य से वो ज्यादा जी नहीं पाया ।

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चार पैरों पर क्यों चलते हैं?

इस स्थिति की पहचान हल्की बौद्धिक विकलांगता के रूप में हुई। इन लोगों को दो पैरों पर सीधे चलने और संतुलन बनाए रखने में कठिनाई पैदा होती है। इस कारण उन्हें अपने दोनों हथेलियों का भी इस्तेमाल करना पड़ा है। यह घटना मानव विकास की पारंपरिक धारणाओं को भी चुनौती देती है। उन्होंने कहा, ‘हम चार पैरों पर चलते थे, लेकिन फिर धीरे-धीरे दो पैरों पर खड़े हो गए।’ लिवरपूल यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में पता चला कि बच्चों के कंकाल इंसानों की तुलना में वानरों से ज्यादा मिलते जुलते हैं। उनका सेरिबैलम सिकुड़ा हुआ था। कुछ वैज्ञानिक बैकवर्ड इवोल्यूशन की धारणा दे चुके हैं, जिसके कारण उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा। उचित देखभाल से ये कभी-कभी सीधे चलने में भी सक्षम हुए हैं। विशेष उपकरणों और फिजियोथेरेपी के कारण उन्हें दो पैरों पर चलने में मदद मिली है।