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IPL 2023: कैंसर से जूझ रहे पिता फिर भी नहीं रुका गुदड़ी का लाल, पहले मैच में ही मचा दिया धमाल

suyash sharma

IPL 2023 में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से खेल रहे सुयश शर्मा अपने डेब्यू के साथ ही छा गए हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ जीत सुयश ने अपनी लेग स्पिन और गुगली से बल्लेबाजों की खूब नाक में नकेल डालकर रखी। 19 साल के इस खिलाड़ी का क्रिकेट में कोई ‘गॉडफादर’ नहीं है। दिल्ली के आम परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस लेग स्पिनर ने अभी तक अपनी काबिलियत के बूते सफलता हासिल की है। उन्होंने कोलकाता की टीम की ओर से आईपीएल (IPL) में डेब्यू करते हुए 30 रन देकर तीन विकेट झटके, जिससे टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को 81 रन से पराजित करने में कामयाब रही।

सुयश शर्मा दिल्ली के भजनपुरा इलाके में रहते हैं। मध्यम वर्ग के परिवार की अपनी ही समस्यायें होती हैं। फिर उनके पिता भी कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, लेकिन उन्होंने ‘गॉडफादर’ के नहीं होने और तमाम परेशानियों बावजूद क्रिकेट की चुनौतियों से निपटना जारी रखा। सुयश शर्मा आईपीएल मैच में अपनी लेग ब्रेक और गुगली से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के दो विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और अनुज रावत के अलावा ऑलराउंडर कर्ण शर्मा के विकेट झटके।

क्या बोले सुयश के कोच

दिल्ली के कोच रणधीर सिंह बताया कि सुयश के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं रहा है। वह दिल्ली के पूर्व स्पिनर सुरेश बत्रा का शिष्य था और उनके क्लब के लिए खेलता था। कोविड-19 (Coronavirus) के कारण हमने सुरेश जी को गंवा दिया और फिर वह मेरे पास आया क्योंकि वह मैच प्रैक्टिस चाहता था। मैंने डीडीसीए लीग में अपने मद्रास क्लब में और ओपन टूर्नामेंट में ‘रन-स्टार’ क्लब में खेलने का मौका दिया। पिछला एक साल सुयश के लिए काफी परेशानी भरा रहा क्योंकि वह संपन्न परिवार से नहीं है। सिंह ने कहा, ‘उसके पिता को कैंसर होने का पता चला। लेकिन मुझे लगता है कि वह हमेशा दिल्ली के पूर्व स्पिनर और मुंबई इंडियंस के मौजूदा मैनेजर (टैलेंट स्काउट) राहुल सिंघवी का कर्जदार रहेगा जिन्होंने उसके पिता के इलाज में उसकी काफी मदद की।’

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आगे कोच ने कहा, मैंने उसे कहा कि अगर उसे कोई मदद की जरूरत है तो हम एम्स में भी उन्हें दिखा सकते हैं लेकिन राहुल की बदौलत उसके पिता का इलाज मुंबई में किया गया। वह भी मुंबई इंडियंस के ट्रायल्स में शामिल हुआ।’ कोलकाता, चेन्नई या मुंबई की तरह दिल्ली का क्लब क्रिकेट इतना लुभावना नहीं है क्योंकि कोई भी क्लब खिलाड़ी को कोई भुगतान नहीं करता है और यहां कोई आधिकारिक अनुबंध भी नहीं कराया जाता। सिंह ने कहा, ‘हमने सुयश को कुछ भी भुगतान नहीं किया है क्योंकि दिल्ली क्लब क्रिकेट में किसी को एक भी पैसा नहीं दिया जाता। अगर आप पेशेवर हो, भारत के लिए खेल रहे हो और खेलने के लिये अनुरोध किया गया है तो ही खिलाड़ी को कुछ वित्तीय लाभ होता है।’