जर्मन टीम का सामना फाइनल में अर्जेंटीना से होगा। वहीं भारतीय टीम तीसरे स्थान के लिए फ्रांस का सामना करेगी। जिसे पहले सेमीफाइनल में अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में हराया। भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल में जर्मनी ने शुरुआत से ही भारतीय टीम के ऊपर दबाव बना लिया था। पहले क्वार्टर में ही जर्मनी के लिए एरिक क्लेनलिन ने पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को 1-0की बढ़त दिला दी। यह जर्मनी का मैच में दूसरा पेनाल्टी कार्नर था। मैच के 21वें मिनट में जर्मनी ने अपनी बढ़त बढ़ा ली। लगातार हो रहे जर्मन अटैक से भारतीय गोल के पास अफरा-तफरी मची और इसका फायदा उठाते हुए फिलिप होल्जमुलर ने गेंद को गोल में डाल दिया।
भारतीय हॉकी टीम ने चौथे क्वार्टर में भी आक्रामक खेल दिखाया। लेकिन गोल करने में सफल नहीं हो सकी। भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने कई प्रयास किए पर गोल करने में कामयाब नहीं हो सके। मैच के आखिरी मिनट में बॉबी सिंह धामी ने गोल कर सिर्फ हार के अंतर को कम किया। भारतीय टीम को 2-4 से हार कर मैदान से बाहर आना पड़ा। अब खिताब के लिए जर्मनी और अर्जेंटीना के बीच मुकाबला होगा। वहीं भारतीय टीम तीसरे स्थान के लिए फ्रांस का सामना करेगी। जिसे पहले सेमीफाइनल में अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में हराया।