टोक्यो ओलिंपिक में भारत का परचम लहराने वाले खिलाड़ियों को इनाम मिला है। भाला फेंक का स्वर्ण पदक जीतने वाले एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) को इस साल के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया है। नीरज चोपड़ा सहित 11 खिलाड़ियों का नाम साल 2021 के मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड के लिए प्रस्तावित किया है। इनमें पांच पैराएथलीट्स भी शामिल हैं।
महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज और फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री समेत 10 अन्य को भी देश के सर्वोच्च खेल सम्मान के लिए चुना गया है। ये पहली बार है जब एक साथ 11 खिलाड़ियों को खेल रत्न से सम्मानित किया जाएगा। नीरज चोपड़ा, मिताली राज, सुनील छेत्री के अलावा पहलवान रवि दहिया, बॉक्स लवलीना बोरगोहेन, हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश, बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत, भाला फेंक एथलीट सुमित अंतिल, निशानेबाज अवनी लेखरा, बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर और निशानेबाज एम नारवाल शामिल हैं। वहीं शिखर धवन समेत 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार के लिए चुना गया है।
नीरज चोपड़ा ने 7 अगस्त 2021 को टोक्यो ओलिंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए पुरुषों के जैवलिन थ्रो का स्वर्ण पदक जीता था। फाइनल में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ उन्होंने एथलेटिक्स में भारत के लिए ओलिंपिक इतिहास का पहला स्वर्ण पदक जीता था। इतना ही नहीं, वह ओलिंपिक खेलों में व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी भी बने। इसके बाद से ही उनका खेल रत्न के लिए नाम लगभग तय माना जा रहा था। एशियन और कॉमनवेल्थ खेलों में भी नीरज के नाम स्वर्ण पदक हैं। खेल रत्न अवॉर्ड की शुरुआत 1991-92 से हुई थी। पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद को पहला खेल रत्न अवॉर्ड दिया गया था। 2020 तक 43 खिलाड़ियों को इस अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।