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WI vs IND: बैटिंग में रहे फिसड्डी लेकिन फिर भी संजू सैमसन की तारीफ करते नहीं थक रहे फैन्स, जानिए क्या है मजारा?

संजू सैमसन ने लूटी महफिल

भारत और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का पहला वनडे मैच पोर्ट ऑफ स्पेन के क्वींस पार्क ओवल मैदान पर खेला गया। रोमांचक मुकाबले में वेस्टइंडीज को तीन रन से मात देकर 3मैच की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस मैच में भारत ने पहले  बल्लेबाजी करते हुए 308रन बोर्ड पर लगाए थे, वेस्टइंडीज ने शानदार अंदाज में इस स्कोर का पीछा किया, मगर वह निर्धारित 50ओवर में 305रन ही बना पाई। मुकाबले में धवन को उनकी 97रन की पारी की वजह से मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा आखिरी ओवर में 15रन डिफेंड कर सिराज हीरो बने।

लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा एक प्लेयर ऐसा भी है जिसने महफिल लूटी है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि भारतीय विकेट कीपर संजू सैमसन हैं। 27साल का यह खिलाड़ी बल्लेबाजी में तो फ्लॉप हुआ पर आखिरी ओवर में विकेट के पीछे सैमसन ने ऐसा कारनामा किया कि फैंस सोशल मीडिया पर उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।

बता दें, सिराज आखिरी ओवर में 15रन डिफेंड कर रहे थे। पहली चार गेंदों पर इस गेंदबाज ने 7रन खर्च किए। जबकि आखिरी दो गेंदों पर मेजबानों को 8रन की जरूरत थी। तभी सिराज ने लेग साइड में एक बड़ी वाइड गेंद फेंकी। दरअसल, सिराज बल्लेबाज ने बल्लेबाज का पीछा किया जो हट कर शॉट खेलना चाहता था।मगर वह इस चक्कर में वाइड गेंद डाल बैठे। विकेट के पीछे तैनात संजू सैमसन ने लंबी डाइव लगाते हुए इस गेंद को रोकने में पूरी जान लगा दी। अगर यह गेंद संजू नहीं रोकते तो वाइड के साथ मेजबानों को 4रन मिलते और वहां से भारत मैच हार भी सकता था। संजू सैमसन के इस प्रयास की तारीफ हर जगह हो रही है।

वहीं मैच की बात करें तो  टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने शतकीय साझेदारी कर अच्छी शुरुआत दी। गिल रन आउट हुए तो वहीं धवन शतक से चूके। इसके बाद अय्यर ने अर्धशतक जड़ टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाया। वहीं 309 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज के लिए काइल मेयर्स ने सर्वाधिक 75 रन बनाए। ब्रुक्स ने 46 रन की पारी खेली। ब्रैंडन किंग ने 66 गेंदों में 54 रन बनाए। कप्तान निकोलस पूरन 25 रन बनाकर आउट हुए। ऐसे में अकील होसिन 33 और शेफर्ड ने सातवें विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी करके टीम को जीत दिलाने की कोशिश की, लेकिन टीम के हाथ निराशा ही लगी।