टीम इंडिया ने अपना तीसरा मैच जीत लिया है। अफगानिस्तान के खिलाफ भारत ने धमाकेदार वापसी करते हुए सेमीफाइनल की उम्मीद को जिंदा रखा है। भारत को अब अपने मैच तो जीतने ही हैं साथ ही दूसरे देश के मैच पर भी नजर बना कर रखनी होगी। आने वाला संडे भारत के लिए सुपर संडे हो सकता है। खास बात ये है कि इस संडे को टीम इंडिया को कोई मैच नहीं खेलना है। फिर भी उसे इस दिन की मेहरबानी खुद पर चाहिए।
दरअसल, इस दिन न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान की टीम मैदान में होंगी। ये मुकाबला भारत के नजरिए से भी उतना ही अहम होगा, जितना इन दोनों टीमों के लिए। लिहाजा, भारतीय टीम भी इस मुकाबले को उम्मीद भरी निगाहों से देखेगी। वैसे संडे का दिन भारत के लिए टूर्नामेंट में अच्छा गुजरा नहीं है। टीम ने 24 अक्टूबर यानी संडे को ही पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मैच खेला, जिसमें उसे 10 विकेट से हार मिली। इसके बाद दूसरा मैच भी संडे को ही था, जब 31 अक्टूबर को न्यूजीलैंड से उसका सामना हुआ। आने वाले संडे को भारत मैच नहीं खेल रहा। पर जो मैच होने वाला है, उस पर उसकी भी उम्मीद टिकी है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में अफगानिस्तान की जीत भारत के हित में रहने वाली है। मतलब अगर अफगानिस्तान जीतता है तो भारत की उम्मीद पूरी तरह से फिर उसके हाथ में होगी। लेकिन, न्यूजीलैंड की जीत के साथ उसके सेमीफाइनल खेलने की पूरी उम्मीद वहीं खत्म हो जाएगी। ऐसे में जाहिर है कि आने वाले संडे को पूरा हिंदुस्तान अफगानिस्तान को समर्थन करता दिखेगा।
हालांकि, न्यूजीलैंड-अफगानिस्तान के मुकाबले से पहले भारतीय टीम को खुद से भी एक बड़ा काम करना है। न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान को 7 नवंबर को भिड़ना है। लेकिन, ये मैच देखना भारत के लिए तभी हितकारी है जब 5 नवंबर को वो स्कॉटलैंड को बड़े मार्जिन से हरा देगा। यानी ठीक वैसे ही जैसे भारत ने अफगानिस्तान को हराया। टीम इंडिया के ऐसा करने पर ही उसके लिए संडे वाले मैच की अहमियत होगी और उसमें अफगानिस्तान की जीत का समर्थन करना फायदेमंद होगा।