श्रीलंका (India vs Sri lanka) के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ऋद्धिमान साहा को भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है जिसके बाद दिग्गज खिलाड़ी अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। उनकी जगह केएस भरत को टीम में चुना गया है जबकि, ऋषभ पंत टी के पहले विकेटकीपर हैं। साहा को टीम में जगह नहीं मिलने पर पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि,ऋद्धिमान के साथ नाइंसाफई हुई है। उन्होंने माना है कि, साहा की प्रतिस्पर्था काफी कड़ी थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस विकेटकीपर के पक्ष में बयान दिया।
टीम से बाहर होने के बाद साहा ने खुलासा किया था कि, हेड कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी थी। हालांकि साहा ने संन्यास लेने से इनकार कर दिया। सैयद किरमानी अपने एक बयान में कहा है कि, मैं इस खिलाड़ी को काफी ऊपर आंकता हूं। मेरे मुताबिक वो भारत के सबसे अच्छे विकेटकीपर हैं। लेकिन सेलेक्शन कमेटी और टीम मैनेजमेंट के दिमाग में कुछ और ही था। दुर्भाग्य से साहा के सामने मुश्किल चुनौती थी।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, उन्हें भी बेहतरीन फॉर्म के बावजूद टीम से बाहर कर दिया गया था। सचिन तेंदुलकर को भी नहीं छोड़ा गया। सैयद किरमानी ने कहा, उम्र का मामला काफी लंबे समय से है। मैं भी इसका शिकार हुआ हूं। सचिन तेंदुलकर भी इससे नहीं बच पाए। मुझे लगता है कि खिलाड़ी 30 साल से ही परिपक्व होता है, उससे पहले वो प्रक्रिया सीख रहा होता है। मेरी ही तरह साहा को भी उनके करियर के सबसे ऊंचे स्तर पर ड्रॉप कर दिया गया। और हम सिर्फ क्रिकेटरों की बात क्यों करते हैं, प्रशासकों का क्या?