92 साल के उम्र में लालसाहेब बाबर ने पीएचडी की डिग्री हासिल की। सोनंद गांव के रहने वाले लालसाहेब को कॉमनवेल्थ वोकेशनल यूनिवर्सिटी ने उन्हें पीएचडी की मानद उपाधि देकर सम्मानित किया। आज लालसाहेब उन सभी युवाओं के लिए मिसाल बन गए हैं जो कठिनाइयों के कारण शिक्षा से वंचित हैं।