Hindi News

indianarrative

Sharif सरकार को Pak लेखक का आईना, बोले- संकट के जिम्मेदार हम, आतंकवाद हमारा काम!

Pakistan Created Network Of Jihadis

Pakistan Created Network Of Jihadis: पाकिस्तान इस वक्त जिस हालात में उससे वापस लौट कर आना लगभग नामुमकीन है। मुल्क में भयंकर आर्थिक संकट आई हुई है। हाल यह है कि, विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से गिर रहा है। आने वाले दिनों में पाकिस्तान में नये टैक्स आम जनता पर थोपे जा सकते हैं। पाकिस्तान ने अपना ये हाल खुद ही किया है। जो देश आतंकवाद (Pakistan Created Network Of Jihadis) को जन्म देता हो वो कैसे खुशहाल हो सकता है। भारत से अलग होने के बाद से ही पाकिस्तान का काम सिर्फ हिंदुस्तान में अशांति फैलाना रहा है। पाकिस्तान ने हर मौके पर भारत को धोखा दिया है। अब तो पाकिस्तान के ही लेखक ने अपनी हुकूमत को आईना दिखाया है। देश के एक भौतिक विज्ञानी का कहना है कि, पूरी स्थिति के लिए जिम्मेदारी खुद पाकिस्तान ही है। देश में आतंकवाद (Pakistan Created Network Of Jihadis) को पनाह देने की वजह से आज यह हालात पैदा हुआ है।

पाकिस्तान के सारे प्रोफेसर टैक्सी चलाने लायक हैं
दरअसल, इस वक्त पाकिस्तान में कुछ लोगों का मानना है कि, मुल्क में संकट की स्थिति लाने वाले एलीट वर्ग हैं। अक्‍सर देश के एलीट वर्ग पर आरोप लगते हैं कि वह सार्वजनिक संसाधनों की चोरी कर रहा है। जबकि स्थिति इससे पूरी तरह से अलग है। पाकिस्‍तान के जाने-माने भौतिक विज्ञानी परवेज हुदभाय की मानें तो धर्म और प्रपोगैंडे के आधार पर दी गई शिक्षा कभी किसी का भला नहीं कर सकती है। देश की कुछ यूनिवर्सिटीज को छोड़ दिया जाए तो बाकी सारी कचरा हैं। यहां पर पढ़ाने वाले प्रोफेसर सिर्फ टैक्‍सी चलाने के लिए लायक ही हैं। परेवज मानते हैं कि पाकिस्‍तान को यह समझना होगा कि इन हालातों के लिए कोई और जिम्‍मेदार नहीं हैं।

तालिबान और आतंकवाद के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार
इसके आगे उन्होंने कहा है कि, एक ओर आप पश्चिम से नफरत करते हैं लेकिन बेलआउट पैकेज ले लिए उन्हीं पर निर्भर हैं। ऐसे में अपने दुर्भाग्य के लिए पाकिस्तान की जिम्मेदार है। उन्होंने तालिबान और आतंकवाद के लिए भी पाकिस्तान को ही जिम्मेदार ठहराया है। उनका मानना है कि इस बात में कोई दो राय नहीं है कि अमेरिका ने पाकिस्‍तान का फायदा उठाया। लेकिन पाकिस्‍तान को भी तो डॉलर का लालच था। भारत, अमेरिका, यूरोप, रूस और चीन हर जगह एलीट वर्ग है। लेकिन इन देशों के अमीर अपने देश की तरफ ज्‍यादा ध्‍यान देने वाले हैं। इस वजह से उनके ज्ञान पर आधारित अर्थव्‍यवस्‍थाएं ओ बढ़ती रहती हैं। परवेज का मानना है कि पाकिस्‍तान का अमीर तबका सिर्फ अपने तक ही सीमित है। कुछ लोग इसमें से भ्रष्‍ट भी हैं और वो कानून में जरा भी यकीन नहीं रखते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि इस पूरी स्थिति के लिए सिर्फ वो ही जिम्‍मेदार हैं। परवेज के मुताबिक देश की यह हालत इसलिए भी है क्‍योंकि पाकिस्‍तान के अमीरों के मूल्य और दुनिया को देखने का उनका नजरिया पूरी तरह से फेल हो गया है।