चीन को फिर से बेइज्जती झेलनी पड़ी है। दरअसल ग्रीस में 2022 बीजिंग विंटर ओलंपिक के लिए मशाल जलाने का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान कई कार्यकर्ताओँ ने तिब्बत का झंडा फहरया। इस झंडों पर लिखा था नो जेनोसाइड। इस समारोह में ओलंपिक कमेटी के अध्यक्ष थॉमस बाख भी आए हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने दीवार को फांदकर मैदान में प्रवेश किया और उस स्थान पर जाने का प्रयास किया जहां समारोह होना था। पुलिस ने इसके बाद उन्हें जमीन पर गिरा दिया और हिरासत में ले लिया। आपको बता दें कि चीन लगातार तिब्बत पर कब्जा करता जा रहा है।
तिब्बत के कई इलाकों पर चीन का कब्जा है। पहले चीन विकाश का लालाच देकर वहां निर्माण कार्य करवाता है फिर उस पुरे भूभाग को हड़प जाता है। तिब्बत में चीन के बढ़ते दखल से भारत भी परेशान है। भारत से लगे बॉर्डर पर चीन लगातार निर्माण करा रहा है। तिब्बत कई बार इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात रख चुका है।
इससे पहले यूनान की पुलिस ने समारोह स्थल पर पहुंचने से पूर्व ही कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया था। बीजिंग 2008 ओलिंपिक खेलों के मशाल प्रज्ज्वलन समारोह के दौरान भी लोकतंत्र समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था। बीजिंग शीतकालिन ओलंपिक का उद्घाटन चार फरवरी 2022 को होगा। चीन पर शिंजियांग प्रांत में मुस्लिम उइगरों का बड़े पैमाने पर ‘नरसंहार करने के अलावा उन्हें कथित तौर पर शिविरों में रखने और धार्मिक स्वतंत्रता में कटौती करने का आरोप लगा है।