रूस और यूक्रेन के बीच जंग के हालात बने हुए है। ऐसे में अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो यूरोप में बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। इस समस्या का समाधान अमेरिका ने निकाल लिया है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने द्विपक्षीय संबंधों के महत्व और सक्षम भागीदार के रूप में कतर को एक प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी के रूप में नामित करने का फैसला लिया है। बिजली की समस्या से निपटने के लिए अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी यूरोप की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आकस्मिक योजनाएं बना रहे हैं।
कतर के नेता के साथ एक संयुक्त प्रेस मीट के दौरान बाइडन ने कहा कि वो कतर को संयुक्त राज्य के 'प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी' के रूप में नामित करेंगे, एक ऐसा पदनाम जो खाड़ी राष्ट्र कतर में अधिक सुरक्षा सहयोग और निवेश का रास्ता साफ करेगा। पिछले साल कतर के साथ हमारी साझेदारी हमारे कई सबसे महत्वपूर्ण हितों के लिए केंद्रीय रही है। जिसमें हजारों अफगानों को स्थानांतरित करना, गाजा में स्थिरता बनाए रखना, फिलीस्तीनियों को जीवन रक्षक सहायता प्रदान करना, आईएसआईए पर दबाव बनाए रखना और पूरे मध्य पूर्व में खतरों से बचना इसमें शामिल रहा है।
बाइडेन ने ये भी संकेत दिया कि अमेरिका और कतर के वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति की स्थिरता सुनिश्चित करने में साझा हित छिपे हैं, क्योंकि अगर रूस के साथ संघर्ष छिड़ता है, तो यूरोप को रूसी गैस की आपूर्ति खतरे में पड़ जाएगी, ऐसे में प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए कतर पर निर्भर रहा जा सकेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक और निवेश संबंधों के बारे में भी बात की। आपको बता दें कि यूरोप को जितने प्राकृतिक गैस की जरूरत पड़ती है, उसका तकरीबन एक तिहाई रूस सप्लाई करता है। लेकिन रूस ने अब गैस की आपूर्ति में बड़ी कटौती कर दी है। गौरतलब है कि अमेरिका पाकिस्तान सहित 18 देशों को एक प्रमुख गैर नाटो सहयोगी के रूप में नामित कर चुका है।