रूस और यूक्रेन के बीच कभी भी जंग छिड़ सकता है। रूस की सेना जमीन के साथ साथ समुद्र में भी यूक्रेन की घेराबंदी कर रही है। रूसी हमले के खतरे को देखते हुए यूक्रेन के आम लोगों ने भी कमर कस ली है। आम लोग अपनी मर्जी से सेना के साथ मिलकर बंदूकों के जरिए किसी भी खतरे का सामना करने के लिए सैन्य अभ्यास कर रहे हैं। रूस को सबक सिखाने के लिए अब यूक्रेन के बच्चों ने भी हथियार उठा लिए हैं और राइफल चलाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन के कई शहरों में प्रादेशिक रक्षा बलों ने सैन्य अभ्यास में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए होर्डिंग्स लगाए हैं। इन होर्डिंग्स पर लिखा है- 'जानिए कि आज अपने घर की रक्षा कैसे करें..' प्रादेशिक रक्षा बलों की स्थापना देश 2014में रूस के क्रीमिया पर कब्जे के बाद की गई थी। इस अभ्यास में आम लोगों को हमले की छापामार तकनीक के साथ बन्दूक चलाने की मूल बातें बताई जा रही हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव में सभी उम्र के लोगों के साथ-साथ युवा भी हथियारों के साथ नजर आ रहे हैं। वह असली राइफल से युद्ध की तकनीक सीख रहे हैं। सभी बच्चों को सैन्य रणनीति और फर्स्ट एड की क्लास दी गईं।
लोग अब भी उस दौर को याद करते हैं जब रूस और यूक्रेन दोनों भाई थे। हालांकि, अब हालात बदल चुके हैं। आपको बता दें कि यूक्रेन की सीमा पर एक लाख 27हजार से ज्यादा सैनिक तैनात हैं जो कभी भी यूक्रेन पर हमला बोलने को तैयार हैं. इस तरह के हालात इस वजह से बने हैं कि रूस चाहता है कि पूर्व सोवियत संघ के सदस्यों को 30देशों के सैनिक संगठन नाटो से अलग रखा जाए लेकिन नाटो को कहना है कि जो भी नाटो में शामिल होना चाहे, वह इसमें शामिल हो सकते हैं, नाटो इस पर रोक नहीं लगा सकता। इस मुद्दे पर नाटो खुलकर यूक्रेन का समर्थन कर रहा है तो रूस अब सैनिक ताकत के बल यूक्रेन को नाटो में जाने से रोकना चाहता है।