हिंदुओं को लेकर पाकिस्तान को कितनी नफरत है यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है। पाकिस्तान में एक बार फिर से हिंदू मंदिर (Attack On Hindu Temple) पर हमला हुआ है जो ये गवाही देता है कि पाकिस्तन में अल्पसंख्य सुरक्षित नहीं हैं और इमरान खान कट्टरपंथियों को रोक पाने में नाकामयाब है। और यह सिर्फ 22 महीने में 9 वीं बार हमला हुआ है जिससे यह साबित होता है कि इमरान खान के नए पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है और खासकर हिंदू को निशाना बनाया जा रहा है।
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पाकिस्तान के कराची में कट्टरपंथियों ने इस बार नरियन पोरा हिंदू मंदिर पर हमला किया है। जहां कट्टरपंथियों ने मां दूर्गा के मंदिर में तोड़फोड़ करने के साथ ही मां दूर्गा की मूर्ति के धड़ को तोड़ दिया। पाकिस्तानी पत्रकार वीनगास ने मां दूर्गा के मंदिर में हुई इस तोड़ फोड़ (Vandalized Idol Of Goddess) का एक वीडियो शेयर करते हुए बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश के बाद भी ऐसा हो रहा है और प्रशासन इसे रोकने में असफल है। और उन्होंने ट्वीट में यह भी बताया है कि, यह पिछले 22 महीने में हिंदू मंदिर पर 9वां हमला है।
Attack on Narian Pora Hindu Temple in Karachi. This is 9th attack on Hindu Temple in 22 months despite Supreme Court notices and government claims that they protect Temple — nothing has changed.
It happens when culprits are allowed to walk free. pic.twitter.com/RevrRED2mr— Veengas (@VeengasJ) December 20, 2021
पाकिस्तानी पत्रकार वीनगास ने अपने ट्वीट कहा है कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से जारी नोटिस और सरकार की तरफ से मंदिरों की रक्षा के लिए किए जा रहे दावे के बावजूद कि 22 महीनों में यह हिंदू मंदिर पर यह 9वां हमला है, कुछ भी नहीं बदला है। यह तब होता है जब अपराधियों को मुक्त चलने दिया जाता है। मालूम हो कि इससे पहले भी कट्टरपंथी पाकिस्तान में कई मंदिरों पर हमले कर चुके हैं ।
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पाकिस्तान में कट्टरपंथियों की तरफ से हिंदु (Attack On Hindu Temple in Pakistan) पर बीते कुछ सालों में हुए हमलों के मामले में पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट सख्त रूख अख्तियार कर चुका है। पाकिस्तान के पंजाब सूबे में गणेश मंदिर पर कट्टरपंथियों की तरफ से किए गए हमले के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पंजाब सूबे के मुख्य सचिव और इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस तलब किया था। इसके साथ ही इमरान खान ने घटना के 24 घंटे बाद बयान जारी करते हुए मंदिर के जीर्णोद्धार का वायदा किया था।