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इमरान खान के दावों की BLA ने खोली पोल, हमले में एक नहीं बल्कि मारे गए 170 पाकिस्तानी सैनिक

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पाकिस्‍तानी सेना के लिए बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी काल बन चुकी है। बलूच विद्रोहियों ने बलूचिस्‍तान प्रांत में पांजगुर और नूशकी इलाके में फ्रंटियर कोर और सेना के एक ठिकाने पर भीषण हमला किया। इस हमले को लेकर बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने दावा किया कि इस हमले में 170 पाकिस्‍तानी सैनिक मारे गए हैं। लेकिन, पाकिस्‍तानी सेना ने दावा किया है कि बलूच‍ों के हमले को विफल कर दिया गया है और 4 आतंकी मारे गए हैं। पाकिस्‍तानी सेना ने केवल एक सैनिक के मारे जाने की पुष्टि की है।

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पाकिस्‍तानी पीएम इमरान खान ने हमले को विफल करने के लिए पाकिस्‍तानी सुरक्षा बलों की तारीफ की है। इमरान खान ने कहा कि पूरा देश पाकिस्‍तानी सेना के साथ खड़ा है। इस पर बीएलए ने कहा क‍ि पाकिस्‍तानी सेना का हमले को विफल करने का दावा भी झूठा है। उसने कहा कि हमारा अभियान पूरी ताकत से जारी है। बीएलए ने दावा किया कि पाकिस्‍तानी सेना ने इस हमले के बारे में मीडिया में खबरें प्रसारित करने से रोक लगा दी है। इलाके में इंटरनेट और फोन को बंद कर दिया है। बीएलए ने कहा कि ह्लमजीद ब्रिगेड के फिदायीनों ने पंजगुर में आर्मी कैंप को निशाना बनाया और इसे अपने नियंत्रण में ले लिया।

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बीएलए ने कहा कि लड़ाकों ने पाकिस्तान सेना के 70 सैनिकों को मार गिराया। बीएलए ने पाकिस्तानी सेना पर पंजगुर के नागरिकों के अपहरण और हत्या का भी आरोप लगाया। इससे पहले मजीद ब्रिगेड की एक अन्य इकाई ने 20 घंटे तक नुश्की में सैन्य मुख्यालय को निशाना बनाया और कब्जा कर लिया, जिसमें अधिकारियों सहित लगभग 100 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई। आपको बता दें कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी गुरिल्ला हमले करने के लिए जानी जाती है। साल 2021 में बीएलए कम से 10 हमले किए थे। साल 2020 के एक हमले में बीएलए ने पाकिस्तान के 16 जवानों को मार डाला था। बीएलए बलूचिस्तान के क्षेत्र में अधिक सक्रिय है लेकिन पाकिस्तान के अन्य प्रदेशों में भी उसकी गतिविधि रही है। बीएलए आधिकारिक तौर पर साल 2000 में बना है लेकिन साल 1973 से पहले से ही आज़ाद बलूचिस्तान की लड़ाई में शामिल रहा है।