चीन में कारोबारी तबका परेशान है। शी जिनपिंग सरकार की मनमानी के कारण कई अरबपति कंगाली की दौर से गुजर रहे हैं। चीनी अरबपति कॉलिन हुआंग की संपत्ति में इस वर्ष करीब 1.99 लाख करोड़ रुपए की कमी आ चुकी है। इसरे पहले अलीबाबा का हाल सबने देखा।
चीन के राष्ट्रपति द्वारा अपने देश के अमीरों-गरीबों के बीच संपत्ति का विभेद खत्म करने के लिए अरबपतियों पर की जा रही सख्ती का परिणाम कही जा रही है। चीन के सबसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पिनडुओडुओ (पीडीडी) इंकॉरपोरेशन के संस्थापक व मालिक हुआंग की संपत्ति में यह गिरावट विश्व की सबसे बड़ी गिरावट है। चीन ज्यादातर उन अरबपतियों पर सख्ती कर रहा है जिन्होंने अपनी संपत्ति इंटरनेट आधारित कंपनियों से बनाई।
जिनपिंग ने ‘सभी के लिए समृद्धि’ का नारा देकर अरबपतियों के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं। इससे ज्यादा नुकसान पीडीडी को हुआ जिसके शेयरों इस वर्ष बड़ी गिरावट आई। 2015 में बनी इस कंपनी में हुआंग 28 फीसदी के हिस्सेदार हैं। पीडीडी पर सालाना 78.80 करोड़ लोग एक्टिव रहते हैं। पीडीडी ने परोपकारी कामों व परियोजनाओं में योगदान बढ़ाना शुरू कर दिया है। इसे भी चीन की सख्ती का परिणाम बताया जा रहा है। अगस्त 2021 में पीडीडी ने करीब 11,000 करोड़ रुपये चीन के कृषि क्षेत्र के विकास में देने की घोषणा की। पिछले साल भी उसने करीब 17,700 करोड़ रुपये विभिन्न परोपकारी संस्थाओं को दिए थे।