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China ने अपने इस दुशमन देश पर लगाए गंभीर आरोप, बोला-अंतरिक्ष को बना रहा जंग का मैदान

चीन का अमेरिका पर बड़ा आरोप

सुपर पॉवर अमेरिका और चीन (China) की दुश्मनी आज से नहीं बल्कि काफी पुरानी है और इधर बीच तो दोनों देशों के बीच जमकर टकराव देखने को मिल रहे हैं। चीन कई देशों के क्षेत्र में जबरन घुसने की कोशिश कर रहा हो तो वहीं, अमेरिका उन देशों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले रखी है। जिसपर चीन बौखलाया हुआ है और उसका कहना है कि जो भी उसके काम के बीच में आएगा उसका अंजाम बुरा होगा। अब ताइवान जलडमरूमध्य के माध्यम से अमेरिकी नौसेना के पी-8ए पोसीडॉन पनडुब्बी रोधी विमान के गुजरने का विरोध करने के एक दिन बाद चीन ने अमेरिका पर बाहरी अंतरिक्ष का सैन्यीकरण करने का आरोप लगाया है।

टैन ने कहा, हाल के वर्षों में अमेरिका ने अंतरिक्ष के सैन्यीकरण को तेज कर दिया है। उन्होंने कहा, मैं यहां दोहराना चाहूंगा कि चीन अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग का पालन करता है, हथियारीकरण और अंतरिक्ष को युद्धक्षेत्र बनाने का दृढ़ता से विरोध करता है, और अंतरिक्ष में किसी भी प्रकार की हथियारों की दौड़ का विरोध करता है। मंत्रालय ने कहा कि टैन चीन की बढ़ती क्षमताओं पर अंतरिक्ष बल के नेताओं द्वारा हाल ही में व्यक्त की गई चिंताओं का जवाब दे रहे थे, जिसे उन्होंने ‘शास्त्रीय संज्ञानात्मक असंगति’ कहा था।

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चीन का है खुद का स्पेस स्टेशन

अंतरिक्ष में चीन की प्रगति में उसका अपना परिक्रमा करने वाला अंतरिक्ष स्टेशन और चालक दल वाले चंद्र मिशन की योजना शामिल है। अपने एक निष्क्रिय मौसम उपग्रह को 2007 में मिसाइल से उड़ाने के बाद उसे अंतरराष्ट्रीय निंदा का सामना करना पड़ा, जिससे मलबा क्षेत्र में बिखर गया था जो कक्षा में अन्य वस्तुओं के लिए खतरा बना हुआ है।

अमेरिका-चीन के रिश्ते नहीं सुधर रहे

अमेरिका ने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और वित्त मंत्री जेनेट येलेन सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को चीन के दौरे पर भेजा है लेकिन दोनों देशों के रिश्तों में ठंडापन अब भी बरकरार है। चीन ने स्पष्ट रूप से दोनों सेनाओं के बीच संपर्क को फिर से स्थापित करने से इनकार कर दिया है।