Hindi News

indianarrative

China ने शुरू की युद्ध की तैयारी, महाविनाशक हथियार से अमेरिका को पीछे करेगा ड्रैगन

जिनपिंग युद्ध की तैयारी में जुटे

चीन (China) ने भविष्‍य में होने वाले किसी भी जंग के लिए अपने फायर पॉवर को बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। चीन ने अपने युद्ध के समय होने वाली भर्ती नियमों को बदल दिया है ताकि प्राथमिकता के आधार पर अनुभवी पूर्व सैनिकों को बुलाया जा सके। इतना ही नहीं चीन सुपर पावर अमेरिका को पीछे छोड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को हथियार बनाने जा रहा है जिसमें उसे महारत हासिल है। खुद चीनी राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग एआई से चलने हथियारों पर पूरी ताकत से जुट गए हैं।

चीन ने पिछले हफ्ते एक बदलाव किया है जिसमें जोर देकर यह कहा गया की रिटायर सैन्‍यकर्मियों को युद्ध के समय उनके मूल यूनिट में भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। यही नहीं आम नागरिकों को भी सेंट्रल मिल‍िट्री कमिशन सेना के अंदर कानून के तहत शामिल कर सकता है। यही नहीं इस बदलाव के तहत नियमों में एक अलग सेक्‍शन भर्ती के लिए पहली बार बनाया गया है।

चीन AI को जंग का हथियार बना रहा

दरअसल, चीन बहुत सक्रिय होकर युद्ध की तैयारी कर रहा है। इस बात की आंशका ज्‍यादा है कि यह जंग ताइवान स्‍ट्रेट में होगी, इसके लिए भले ही कोई खास टाइमफ्रेम भले ही क्‍यों न हो। उधर, चीन ने अब दुनिया के लिए सबसे खतरनाक तकनीक कही जा रही एआई को हथियार बनाना शुरू कर दिया है। कोल्‍ड वार के खात्‍मे के बाद अमेरिका ने सैन्‍य तकनीक के मामले में अपनी बादशाहत कायम कर ली थी लेकिन उसकी इस बढ़त को अब उसका मुख्‍य प्रतिद्वंदी चीन खत्‍म कर रहा है।

ये भी पढ़े: चीन की आई शामत! ड्रैगन के पसीने छुड़ाने के लिए Taiwan खरीदेगा 400 अमेरिकी एंटी-शिप मिसाइल

जापानी मीडिया के अनुसार चीन ने अब यह जैसे तय कर लिया है कि वह एआई और मशीन लर्निंग जैसी तकनीक में बादशाहत हासिल करने में जुट गया है। इन तकनीकों का इस्‍तेमाल करके भविष्‍य में युद्ध का पूरा नक्‍शा ही बदला सकता है। चीन नई तकनीकों को चीनी सेना में शामिल करना चाहता है जिसे वह नया युग करार दे रहा है। चीन चाहता है कि एआई की मदद से पीएलए को आधुनिक जमाने की विश्‍व स्‍तरीय सेना बनाई जाए ताकि वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के परंपरागत सैन्‍य दबदबे को न केवल पीछे छोड़ दे बल्कि शक्ति के संतुलन को पलट दे।