चीन (China) में एक बार फिर से कोरोना वायरस से बुरी तरह हाहाकार मचा हुआ है। आलम यह है कि 20 दिनों में लगभग 25 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं। बीजिंग में संक्रमण दर पहले से ही अपने चरम पर है और अब जल्द ही शंघाई में भी ऐसे ही हालत देखने को मिल सकते है। वहीं दूसरी तरफ यहां पर दवाईयों की कमी भी स्थिति को बिगाड़ रही है। लोगों को पेनकिलर्स से लेकर बुखार तक की दवाईयां नहीं मिल रही हैं। लोगों को पेनकिलर्स से लेकर बुखार तक की दवाईयां नहीं मिल रही हैं। दवाईयों के लिए मारामारी अब चीन की सीमाओं के बाहर तक पहुंच गई है।
आलम यह है कि चीन में धडल्ले से कोरोना वायरस (corona virus) की खबरें आ रही हैं, लेकिन इसके बाद भी उसे कोविड बी ग्रेड बीमारी लग रही है। उस पर से चीनी सरकार का एक बड़ा फैसला हैरान करने वाला है। तीन साल बाद चीन ने तय किया है कि वह सभी सीमाओं को खोल देगा। आठ जनवरी से देश आने वाले लोगों के के लिए कोई क्वारंटाइन नहीं होगा। अधिकारियों की तरफ से इस बात की जानकारी मगलवार को दी गई है। जीरो कोविड पॉलिसी को मानने वाले चीन का यह फैसला सबको डरा रहा है।
कोविड के साथ बढ़ेगा आगे
चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है। अब उसने फैसला कर लिया है कि वह कोविड के साथ ही आगे बढ़ेगी। ऐसे में तीन साल के बाद लॉकडाउन हटाने, बॉर्डर को खोलने और अनिवार्य क्वारंटाइन को खत्म करने का फैसला किया गया है। चीनी विशेषज्ञों की मानें तो जीरो कोविड नीति की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ। साथ ही लोगों में नाराजगी भी बढ़ गई थी।
ये भी पढ़े: चीन से आया ये वीडियो देख दहल उठेगा कलेजा! लाशों से भरे कोल्ड स्टोरेज- कहीं जगह नहीं
बॉर्डर फिर से खुलेंगे
मार्च 2020 से चीन ने अपनी सीमाओं को बंद किया हुआ था। बॉर्डर को फिर से खोलना सबसे बड़ा फैसला बताया जा रहा है। अब जो भी चीन में दाखिल होगा उसे किसी भी तरह से क्वारंटाइन की जरूरत नहीं पड़ेगी। पहले नियमों के तहत तीन हफ्तों तक क्वारंटाइन में रहना पड़ता था। इसे घटाकर हाल ही में पांच दिन तक के लिए किया गया था। अब न तो पीसीआर टेस्ट की जरूरत पड़ेगी और न ही क्वारंटाइन की।
कैसे होगी वायरस की रोकथाम
चीन के लिए यह एक संघर्ष का विषय है कि वह तेजी से फैलते वायरस को प्रतिबंधों के अभाव में कैसे नियंत्रित करेगा। देश के अस्पताल भरे पड़े हैं और शवों के अंतिम संस्कार में भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। देश में इस समय कितने कोविड केसेज आ रहे हैं और कितने लोगों की मौत हो रही है, इस बारे में भी अब कोई जानकारी नहीं हैं। पिछले दिनों चीन ने कोविड कं आंकड़ो को जारी करना बंद कर दिया है।