घटती आब्दी को लेकर चीन (China) टेंशन में आ गया है। घटती जन्म दर को कैसे बढ़ाया जाए इसको लेकर नए-नए प्रयोग हो रहे हैं। इसी बीच चीन के 20 शहरों को एक पायलट प्रोजेक्ट के लिए चिन्हित किया गया है। इन शहरों में ‘नए युग’ की शादी और बच्चे पैदा करने की संस्कृति को बनाने के लिए एक विशेष प्रोजेक्ट लांच किया जाएगा। इसके अलावा माता-पिता को बच्चे की जिम्मेदारियों को आपस में बांटने और दुल्हनों की बढ़ती कीमतों को कम करने और साथ ही पुराने नियमों को हटाना इस प्रोजेक्ट का अहम मकसद है। इस प्रोजेक्ट में हेबई प्रांत के गुआनझोहू और हैनदान शहरों को भी शामिल किया गया है। ये दोनों शहर देश की मेन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर जाने जाते हैं। डेमोग्राफर ही याफू ने इस पर कहा, ‘समाज को शादी और बच्चे पैदा करने के कॉन्सेप्ट पर युवाओं का मार्गदर्शन करने की जरूरत है।’
चीन ने खत्म की एक बच्चा नीति
यह प्रोजेक्ट ऐसे समय में आया है जब चीन (China) देश के नागरिकों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। चीन (China) की सरकार की तरफ से कई कदम, जैसे टैक्स में छूट, हाउसिंग सब्सिडी और तीसरे बच्चे की मुफ्त शिक्षा, उठाए गए हैं ताकि लोग एक से ज्यादा बच्चे पैदा करें। सन्1980 में चीन ने सख्त एक बच्चा नीति लागू कर दी थी। इस नीति को साल 2015 में खत्म किया गया है। माना जा रहा है कि इस नीति की वजह से ही देश की आबादी में तेजी से गिरावट आई है। चीन की तरफ से अब लोगों को तीसरा बच्चा पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
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छह दशकों में पहली बार चीन (China) की आबादी में गिरावट आई है। साथ ही आबादी तेजी से बूढ़ी हो रही है। सरकार के राजनीतिक सलाहकारों की तरफ से मार्च में यह प्रस्ताव दिया गया था कि सिंगल और अविवाहित महिलाओं को एग फ्रीजिंग और आईवीएफ ट्रीटमेंट की सुविधा दी जानी चाहिए।