चीन (China) में इस वक्त चारों ओर कोहराम मचा हुआ है। कोरोना के मामलों में भारी तेजी आई है, अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों की लाइन लगी है। मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि, उन्हें जमीन पर लेटाना पड़ रहा है। हालात इतने बुरे हो गये हैं कि, न तो अस्पतालों में जगह है और न ही दवाइयां मिल रही हैं। श्मशान घाटों पर वेटिंग लिस्ट चल रही है। चीन में इस वक्त कोरोना का नया BF.7 सब वैरिएंट (BF.7 Variant Cases in China) के चलते संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल आया है। अब एक बार फिर से चीन में साल 2020 जैसी स्थिति देखने को मिल रही है। नए BF.7 सब वैरिएंट से अस्पतालों में बेड भर गये हैं। फार्मेसी की दुकानों में जरूरी दवाएं कम पड़ रही हैं। स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि, फ्लू जैसे लक्षणों को कम करने के लिए बुखार की दवाएं और दर्द निवारक दवाएं खरीदने के लिए भी चीन में लोगों को हाथ-पांव मारने पड़ रहे हैं।
चीन में रोजाना इतने लोग कोरोना संक्रमित
चीन (China) में रोजाना 3 करोड़ 70 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। यह जानकारी खुद चीनी सरकार ने दी है। चीन के शीर्ष स्वास्थ्य प्राधिकरण ने अनुमान जताया है कि ताजा आंकड़ा और ज्यादा बढ़ सकता है। ब्लूमबर्ग ने बुधवार को हुई चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की आंतरिक बैठक के हवाले से बताया है कि दिसंबर के पहले 20 दिनों में कम से कम 24 करोड़ 80 लाख लोगों के कोरोना संक्रमित हुए थे।
चीन में कोरोना विस्फोट?
चीन (China) महामारी के शुरुआत से ही कोरोना प्रतिबंधों को लेकर बदनाम रहा है। इस कारण वजह में बड़ी आबादी प्रभावित भी हुई। हालात इतने खराब हो गए थे कि चीनी नागरिकों को शी जिनपिंग के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ा। इस कारण चीन ने कोरोना प्रतिबंधों में ढील देनी शुरू कर दी। इस बीच ओमीक्रोन का एक अति संक्रामक म्यूटेट वेरिएंट बीएफ.7 ने जन्म ले लिया। इसने चीन की बड़ी आबादी को प्रभावित किया। चीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सिचुआन प्रांत और राजधानी बीजिंग के आधे से अधिक निवासी संक्रमित हो चुके हैं।
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दुनिया से जानकारी नहीं शेयर कर रहा चीन
चीनी स्वास्थ्य नियामक ने बताया कि उसका अनुमान किस आधार पर जारी किया गया है। चीन ने इस महीने की शुरुआत में ही संक्रमण दर को बताना बंद कर दिया था। इससे चीन में हुए कोरोना विस्फोट से जुड़ी सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है। वहीं डब्लूएचओ (World Health Organization) चीफ ने कहा कि चीन से मिले आंकड़ों से हम खतरे को भांपकर दूसरे देशों को सलाह जारी करेंगे। चीन के नेशनल डिजिज कंट्रोल ब्यूरो ने अभी तक सार्वजनिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है।
जनवरी में चरम पर पहुंचेगा कोरोना
चीन (China) में लोग अब कोविड संक्रमण का पता लगाने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं। रैपिड एंटीजन टेस्ट को सटीक नहीं माना जाता है। इस बीच चीनी सरकार ने संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों में संक्रमण की दर से जुड़ी जानकारी देनी भी बंद कर दी है। डेटा कंसल्टेंसी मेट्रोडाटाटेक के मुख्य अर्थशास्त्री चेन किन ने ऑनलाइन कीवर्ड सर्च के विश्लेषण के आधार पर अनुमान लगाया है कि चीन की वर्तमान लहर दिसंबर के मध्य और जनवरी के अंत में अधिकांश शहरों में चरम पर होगी।