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चीन ने कहा- हम खुलकर करेंगे Russia का समर्थन, बोला- इस युद्ध की ‘आग’ तो अमेरिका ने लगाई है

Russia को खुलकर समर्थन दे रहा चीन

रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का असर इस वक्त पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। यह अलग बात है कि यूरोपीय देश अपने हालातों को छुपाने के लिए एकतरफा न्यूज दिखा रहे हैं लेकिन, असल में इसका डर यूरोपीय देशों को ज्यादा सता रहा है। जहां एक ओर यूरोपीय देश रूस का विरोध कर रहे हैं तो चीन खुलकर समर्थन कर रहा है। इतना ही नहीं चीन का तो यह भी कहना है कि यूक्रेन में युद्ध का जिम्मेदार अमेरिका है और उसी के भड़काने पर यह सब हो रहा है।

अभी ईरान सुपर पावर पर भड़कते हुए कहा था कि, यूक्रेन में अमेरिकी माफियाओं को चलते युद्ध हुआ है और ड्रैगन भी अमेरिका पर कई आरोप लगा रहा है। दरअसल, चीन इस वक्त रूस के पाले में खड़ा है रूस पर लगे सभी गेहूं आयात के प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में कहा गया है कि, चीन अब रूसी गेहूं की डिलीवरी के लिए पूरी तरह से खुला है। क्योंकि आयात पर से सभी प्रतिबंध हटा लिए गए हैं।

अखबार के मुताबिक, चीन द्वारा उठाया गया यह कदम रूस की अर्थव्यवस्था को लाइफलाइन प्रदान कर सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यूरोपीय संघ और अमेरिका (US) ने रूस पर कई तरह के कठिन आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। इस कदम से चीन की फूड सिक्योरिटी को भी बढ़ावा मिलेगा। इस महीने की शुरुआत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बीजिंग यात्रा के दौरान चीन रूस से आयात की अनुमति देने पर सहमत हुआ था। यूक्रेन में युद्ध की वजह से बीते हफ्ते गेहूं की वैश्विक स्तर पर कीमतों में बड़ा उछाल देखा गया। रूस को दुनिया का बड़ा निर्याकत देश माना जाता है।

वहीं, चीन ने यूक्रेन में छिड़े युद्ध के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराने से साफ इनकार कर दिया है। हालांकि, इस बीच बीजिंग ने इस मसले पर दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका पर आरोप लगाया कि युद्ध की आग भड़काने का काम अमेरिका ने किया है। यूक्रेन संकट के लिए चीन ने अमेरिका पर डर और दहशत पैदा करने का आरोप लगाया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता चुनयिंग ने कहा है कि बीजिंग रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ है और इसका विरोध करता है। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन बॉर्डर के आसपास रूसी आर्मी की तैनाती और हिंसक युद्ध की संभावना को लेकर अमेरिका यूक्रेन को हथियार देकर स्थिति को और गंभीर बनाने की कोशिश कर रहा है।