ताइवान को लेकर चीन बड़े स्तर पर तैयारी कर रहा है। चीन पहले से ही लगातार कहता आ रहा है कि ताइवान उसका हिस्सा है और वो किसी भी वक्त ताइवान पर कब्जा कर लेगा। इसके साथ ही पिछले सालों से ड्रैगन ने यहां लगातार घुसपैठ की। अपने फाइटर जेट्स को भेज कर टाइवान को मानसिक रूप डराने की कोशिश की। जिसके बाद अमेरिका बीच में कुद पड़ा और सुपर पावर ने कहा कि, अगर चीन ने ऐसा किया तो उसे अंजाम भुगतना होगा। क्योंकि, नाटो देश हर हाल में ताइवान को बाएंगे। इसे लेकर अमेरिका और चीन आमने सामने हैं। अब एक नई ऑडियो क्लिप लीक होने के बाद बड़ा खुलासा हुआ है।
चीन के सैन्य अधिकारियों की एक ऑडियो क्लिप लीक हो गई है जिसके मुताबिक चीन रूस की ही तरह ताइवान पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। यह ऑडियो क्लिप चीन के मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर हेंग ने ट्वीट की थी। 57मिनट की इस ऑडियो क्लिप को LUDE मीडिया नाम के यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया था। क्वाड समिट से पहले इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि अगर ताइवान पर चीन हमला करेगा तो अमेरिका इसका जवाब देगा। उन्होंने कहा कि ताइवान पर हमले के बारे में सोचकर भी चीन खतरे से खेल रहा है। इसका खामियाजा उसे भुगतना होगा। उन्होंने कहा, हम वन चाइना पॉलिसी पर सहमत हुए थे। लेकिन अगर जबरदस्ती कहीं भी कब्जा करने की कोशिश होगी तो उसको जवाब भी दिया जाएगा।
जो क्लिप सामने आया है उसके अनुसार, गुआंगडोंग प्रांत को पूर्वी और दक्षिणी वॉरजोन ने जो काम दिए हैं उनमें 20कैटिगरी शामिल हैं। इसके मुताबिक 1.40लाख सैनिक, 953शिप, 1653यूनिट, 20एयरपोर्ट और डॉक, 6रिपेयर ऐंड शिपबिल्डिंग यार्ड, 14इमर्जेंसी ट्रांसफर सेंटर, अस्पताल, ब्लड स्टेशन, ऑइल डिपो, गैस स्टेशन आदि का जिक्र किया गया है। अगर ये सही हुआ तो चीन काफी बड़ी तैयारी के साथ ताइवान पर हमला करने की सोच रहा है।
यूट्यूब चैनल का दावा है कि जिस सीनियर अधिकारी ने यह ऑडियो क्लिप लीक की है वह ताइवान पर शी जिनपिंग के प्लान को दुनिया के सामने रखना चाहता है। इस ऑडियो क्लिप में कथित रूप से सीपीसी और पीएलके के बीच ताइवान में युद्ध का माहौल बनाने को लेकर बातचीत हो रही थी। इस ऑडियो क्लिप की अभी तक पूरी पुष्टि नहीं हो पाई है। हालांकि बातचीत से मालूम चलता है कि, यह चीन में ही रिकॉर्ड हुई है।
माना जा रहा है कि, चीन के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब इकनी अहम मीटिंग की ऑडियो क्लिप लीक हो गई। दावा यह भी किया गया है कि इसके लिए एक लेफ्टिनेंट जनरल और तीन मेजर जनरल को मौत की सजा दी जा चुकी है। इस क्लिप के मुताबिक मीटिंग में चीनी सेना के टॉप अधिकारी मौजूद थे।