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पुतिन बोले PM Modi अब आपसे ही है उम्मीद! China ने तो पीठ में घोंपा दिया खंजर

रूस के पीठ में ड्रैगन ने घोंपा खंजर

यूक्रेन जंग पहले ही शुरू हो जाता है लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से चीन ने कहा था कि बीजिंग ओलंपिक के खत्म हो जाने के बाद वो हमला शुरू करें। इसके साथ ही चीन ने शुरुआत से ही रूस को मदद करने का वादा किया था लेकिन, जब समय आया तो चुपके से निकल लिया और कहा कि हम मदद नहीं करेंगे। चीन के इस झटके के बाद रूस अब भारत से उम्मीद जता रहा है कि वो मदद करे। दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती है ऐसे में भारत को भी सोच समझ कर कदम उठाना होगा।

दरअसल, बोइंग और एयरबस द्वारा कलपुर्जों की आपूर्ति रोकने के बाद रूस ने चीन की ओर रुख किया था लेकिन चीन ने रूसी एयरलाइंस को विमान के पुर्जों की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया है। यह रिपोर्ट न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने रूसी समाचार एजेंसियों के हवाले से दी है। हाल ही में रूसी विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी थी कि रूसी यात्री उड़ानों की सुरक्षा खतरे में थी। इंटरफैक्स सहित एजेंसियों ने हवाई जहाज की उड़ान योग्यता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार एक रूसी फेडरल एयर ट्रांसपोर्ट एजेंसी अधिकारी वालेरी कुडिनोव के हवाले से कहा कि चीन द्वारा मना करने के बाद रूस अब भारत और तुर्की जैसे देशों से मदद की उम्मीद में है। उन्होंने बताया कि, रूसी कंपनियां अपने विमानों को रजिस्टर कर रही हैं जिनमें से कई विदेशों में रजिस्टर्ड हैं। रूस में अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के विमानन प्रतिबंधों के बाद उन्हें उम्मीद है कि कुछ अन्य लोगों को पट्टे पर देने वाली कंपनियों को वापस कर दिया जाएगा।

बदा दें कि, 10 मार्च को प्रकाशित एक मसौदा कानून ने रूसी सरकार को घरेलू एयरलाइनों को पट्टे पर विमान के लिए रूबल में भुगतान करने का आदेश देने की योजना बनाई है और पट्टे रद्द होने पर उन्हें विदेशी कंपनियों के लिए विमानों को वापस करने से रोक सकता है। वहीं, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद पश्चिमी देश लगातार मॉस्को पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। इस वक्त यूरोपीय देशों ने रूस पर उत्तर कोरिया और ईरान जैसे देशों से भी ज्यादे प्रतिबंध लगा दिए हैं।