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IAF की मार से खौफजदा है चीन, LAC पर तैनात किए 2 दर्जन से ज्यादा फाइटर जेट

पूर्वी लद्दाख के पास एयरफील्ड में रखे हैं 25 लड़ाकू विमान

चीन की हरकतों को देखकर लगता है कि गलवान वैली में मां भारती के वीर सपूतों ने जो जख्म दिया उसका दर्द ड्रैगन भुला नहीं पा रहा है। गलवान घाटी में चीन जबरन भारतीय सीमा में घुस रहा था जिसके बाद यहा गतिरोध शुरू हो गया। इसी में भारतीय जवान और चीन के सैनिक आमने सामने हुए तो जानें दोनों ओरों से गई। भारत के 20 जवान शहीद हुए थे। लेकिन, चीन अपने ही मुल्क में अपने सैनिकों के मौत की गिनती छुपा रहा था क्योंकि, ड्रैगन को इसका अंदाजा नहीं था। इसमें चीन के 40 जवान मारे गए थे। पहले तो ड्रैगन ने 4 जवानों के मारे जाने की बात बताई। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया की एक रिपोर्ट में ड्रैगन की पोल खोली तो फिर चीन ने माना की उसके 40 जवान मारे गए थे। चीन को ये बात हजम नहीं हो पा रही है। तभी तो वो LAC पर लगातार सैन्य गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। अब एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें बताया गया है कि, चीन पूर्वी लद्दाख के पास एयरफील्ड में 25 लड़ाकू विमान रखे हैं। इसके साथ ही LAC खे करीब हवाई क्षेत्र बना रहा है।

बता दें कि, हाल ही में अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने लद्दाख में भारत से लगती सीमा के निकट चीन द्वारा कुछ रक्षा बुनियादी ढांचे स्थापित किया जाने को चिंताजनक बताया था। उन्होंने कहा था कि इस क्षेत्र में चीनी गतिविधियां आंख खोलने वाली हैं। अब खबर है कि चीनी वायु सेना ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर के पास अपने होतान हवाई अड्डे पर दो दर्जन से अधिक फ्रंटलाइन विमान तैनात किए हैं। मीडिया मे आ रही खबरों की माने तो, सरकारी सूत्रों ने बताया कि, चीनी वायु सेना ने 25 अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमानों को होतान हवाई अड्डे पर रखा है, जिसमें उनके जे-11 और जे-20 लड़ाकू विमान शामिल हैं। एक सूत्र ने कहा, चीनी पहले वहां मिग-21 श्रेणी के लड़ाकू विमानों की टुकड़ी रखता था, लेकिन अब उन्हें अधिक सक्षम और परिष्कृत विमानों और बड़ी संख्या में बदल दिया गया है।

अमेरिकी जनरल चार्ल्स ए फ्लिन ने हाल ही में कहा था कि चीनी गतिविधि का स्तर आंखें खोलने वाला है। उन्होंने कहा था, मुझे लगता है कि पश्चिमी थिएटर कमांड में बनाए जा रहे कुछ बुनियादी ढांचे खतरनाक हैं। वहीं, भारतीय एजेंसियां पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की वायु सेना (PLAAF) की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं। होतन के साथ, एजेंसियां शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्रों में PLAAF के गार गुंसा, काशघर, होपिंग, डकोंका द्जोंग, लिंझी और पंगाट एयरबेस पर भी कड़ी नजर रख रही हैं।

चीन इन दिनों सीमा के करीब काफी तेजी से कई काम कर रहा है। उसकी पीएलएएएफ पीछले काफी समय से कठोर शेल्टर्स का निर्माण, रनवे की लंबाई के विस्तार के साथ ही बड़े अभियानों को अंजाम देने के लिए अतिरिक्त बलों की तैनाती के साथ इन ठिकानों को अपग्रेड करने पर लगा हुआ है।