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Ukraine जंग के बीच China ने मानी भारत की बात, कहा- ठीक है कर लें….

Ukraine जंग के बीच China ने मानी भारत की बात

जब दुनिया में कोरोना महामारी का खतरा कम हुआ है तो वहीं चीन में इसके मामलों में भारी तेजी आ गई है। चीन के कई शहरों में सख्त लॉकडाउन लगा हुआ है। जिसका असर आम जनता पर पड़ा रहा है। चीन में कोरोना के मामलों में इस वक्त इतनी ज्यादे वृद्धी है कि जीनपींग सरकार ने कड़ी पाबंदियां लगा दी है जिसके तहत, किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। इस बीच चीन ने भारत सरकार की बात को मानते हुए सहमति जता दी है।

दरअसल, चीन ने कोविड-19 महामारी के कारण लगाए गए वीजा और उड़ान पाबंदियों के बाद लगभग दो साल से भारत में फंसे कुछ भारतीय विद्यार्थियों को वापस आने की अनुमति देने संबंधी योजना की शुक्रवार को घोषणा की। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, पढ़ाई के लिए चीन लौटने को लेकर भारतीय छात्रों की चिंताओं को हमारा देश अधिक महत्व देता है। हमने अन्य देशों के विद्यार्थियों के चीन लौटने की प्रक्रिया और अनुभव को भारतीय पक्षों के साथ साझा किया है।

उन्होंने कहा कि, भारतीय विद्यार्थियों की वापसी के लिए काम शुरू हो चुका है। भारतीय पक्ष को केवल उन विद्यार्थियों की सूची प्रदान करनी है, जिन्हें वास्तव में चीन वापस आने की आवश्यकता है। इससे पहले आई खबरों के अनुसार 23,000 से अधिक भारतीय विद्यार्थी, जिनमें से ज्यादातर चीनी कॉलेजों में चिकित्सा की पढ़ाई कर रहे हैं, स्वदेश लौटने के बाद भारत में फंस गए हैं। ये विद्यार्थी दिसंबर, 2019 में चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद स्वदेश लौट आये थे। चीनी सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों के कारण वे चीन वापस नहीं आ पाये थे।