दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला चीन अपनी आबादी को लेकर चिंता में रहता है। यूं तो चीन में पहले वन चाइल्ड पॉलिसी लागू थी, लेकिन बाद में इसे हटा लिया गया। बावजूद इसके चीन के लोग बच्चों को जन्म देने के लिए तैयार नहीं हैं। इसका असर ऐसा पड़ा कि बच्चों का जन्म दर बुरी तरह से गिर गया। चीन के नए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, चीन में बच्चों का जन्म दर 2020 में 1% से भी नीचे गिर गया है, जो पिछले 43 सालों में सबसे कम बच्चे के जन्म की दर को दर्शाता है। साल 2020 में जन्म दर प्रति 1 हजार लोगों पर 8.52 दर्ज की गई है, जो पिछले 43 सालों में सबसे कम है।
चीनी सरकार बच्चों के जन्मदर को बढ़ाने की कोशिश कर रही है। ऐसे में सरकार ने तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत भी दे दी है। बीजिंग स्थित थिंक-टैंक सेंटर फॉर चाइना एंड ग्लोबलाइजेशन की मानें तो जन्मदर कम होने के पीछे तीन बड़ी वजहें हैं।
पहली वजह है बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं की संख्या में कमी,
दूसरा कारण तेजी से शहरीकरण और उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या
तीसरा सबसे बड़ा कारण टीकाकरण सहित कोरोना महामारी का प्रकोप
चीन में पिछले कई सालों से जनसंख्या लगातार कम होती जा रही है। स्थिति ये है कि, देश की सेना में शामिल होने के लिए भी चीन को युवा नहीं मिल रहे हैं। पिछले 10 सालों में चीन में सिर्फ 7 करोड़ 20 लाख बच्चों का जन्म हुआ है, जो कि एक औसत आंकड़े से काफी कम है। इसी साल मई महीने में चीन में विवाहित जोड़ों को 3 बच्चे पैदा करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन फिर भी चीन में नव विवाहित लोग जल्दी बच्चा पैदा करने पर विश्वास नहीं रखते हैं। इसके पीछे एक बड़ी वजह चीन का तानाशाही शासन भी है।