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पुतिन के ‘यूक्रेन’ प्लान में शामिल चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ड्रैगन के इशारे पर भी मिसाइलें दाग रहे रूसी सैनिक

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रूस यूक्रेन पर कब और कैसे हमला करेगा, इस बात की जानकारी सिर्फ एक देश के राष्ट्रपति को थी और वो देशा था चीन… चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग को रूस के 'यूक्रेन हमले' का पूरा प्लान मालूम था। बताया जा रहा है कि बीजिंग में विंटर ओलंपिक की समाप्ति से पहले यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करने के लिए चीन ने ही रूस से कहा था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चीन ने रूस से बीजिंग में विंटर ओलंपिक खत्म होने से पहले यूक्रेन पर अटैक नहीं करने के लिए कहा था। बाइडेन प्रशासन को इसकी भनक भी लगी थी। 

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बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों का दावा था कि सीनियर चीनी अधिकारियों को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू करने की जानकारी थी। लेकिन इसको लेकर चीन का कुछ और ही कहना है।  चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यु का कहना है कि ये दावे बेबुनियाद हैं। उन्होंने इसे महज अटकलें करार दिया है। पेंग्यू ने कहा कि इस रिपोर्ट का मकसद चीन को दोष देना और उसे बदनाम करना है। चीनी दूतावास के बयान पर अमेरिकी विदेश विभाग, सीआईए और व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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वहीं सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज थिंक टैंक की चीनी एक्सपर्ट बोनी लिन का कहना है कि अगर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को व्लादीमिर पुतिन के इरादों के बारे में पता होता तो वो यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को पहले ही निकालने में सफल हो जाते। लेकिन यूक्रेन में अभी भी कई चीनी नागरिक फंसे हुए है। इससे साफ है कि चीन भी रूसी हमले को लेकर पूरी तरह से तैयार नहीं था। लिन ने कहा कि ऐसे हालात में अभी कुछ भी दावे के साथ नहीं कहा जा सकता है। आपको बता दें कि बिजिंग में शीतकालीन ओलंपिक समाप्त होने के कुछ ही दिनों बाद 24 फरवरी को ही रूस ने उत्तर, पूर्व और दक्षिण दिशा से यूक्रेन पर तीन-तरफा हमला कर दिया था। व्लादीमिर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 4 फरवरी को शीतकालीन ओलंपिक की शुरुआत में मुलाकात की थी। इस दौरान 'नो लिमिट्स' पार्टनरशिप की घोषणा की गई थी। जिसके तहत पश्चिम के खिलाफ आपस में और अधिक सहयोग करने का वचन दिया गया था।