चीन में इस वक्त हालात बेहद ही बिगड़ चुकी है। यहां पर कोरोना महामारी के चलते लोगों को भारी नुकसान हो रहा है। देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। शी जिंगपिंग सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ जो कदम उठाया उससे वो अपनी ही जनता को मार रहे हैं। कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन का असर सीधा जनता पर पड़ रहा है। चीनी सरकार ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सख्त मनाही की है। जिसके चलते लोगों की परेशानी इतनी बढ़ गई है कि वो भूख-प्यास से तड़प रहे हैं। अपने घरों बंद लोग अपनी जान बचाने के लिए खिड़कियों से चिल्ला रहे हैं। लोग अब इतना तंग आ चुके हैं कि सरकार के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है।
चीन के शंघाई में कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन द्वारा लगाई गई पाबंदियों का असर लोगों पर क्या पड़ा इसे दुनिया ने देखा। लोगों के आक्रेश के बाद अब चीनी सरकार ने पाबंदियों में ढील देनी शुरू कर दी है। शंघाई में इस समय हर दिन करीब 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना संक्रमितों की तादात इतनी ज्यादा हो गई है कि उन्हें क्वारंटाइन करने की जगह नहीं मिल रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में लोग पुलिस से लड़ते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, ये पुलिस इनका घर कोरोना मरीजों के लिए खाली कराना चाहती थी, जिसका इन्होंने विरोध किया।
Apr 14, at Naxi International Community in #Shanghai, police crackdown on and evict residents so that their homes can be used as #Quarantine site for #Covid_19 #CCPChina #CCPVirus pic.twitter.com/EdOAcB1xgG
— Jennifer Zeng 曾錚 (@jenniferatntd) April 14, 2022
शंघाई में एक डेटा विश्लेषक ग्रेप चेन ने कहा कि वह अपने पिता के लिए दवाएं हासिल करने को लेकर चिंतित थी, जो मस्तिष्काघात से ठीक हो रहे हैं। एक आधिकारिक हॉटलाइन से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद उसने पुलिस को फोन किया, लेकिन उसे कहा गया कि क्वारंटाइन नियम अधिकारियों को मदद करने से रोकते हैं। उन्होंने कहा कि, हम देश के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं लेकिन, हम यह भी आशा करते हैं कि हमारे जीवन का सम्मान किया जाएगा।