चीन हमेशा से ही अपने किसी न किसी काम को लेकर चर्चा में बना रहता है। कुछ समय तक भारत के साथ गलवाल घाटी को लेकर विवादों के घेरे में रहा तो। इसके बाद ताइवान को लेकर। जहां चीन लगातार कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच चीन की इकोनॉमी कही जाने वाली शहर में स्थिति इतनी खराब हो गई है कि, यहां पर सेना को बुलाना पड़ा। चीन की इस वक्त कमर टूटी पड़ी हुई है।
दरअसल, चीन में कोरोना वायरस इस वक्त जमकर तबाही मचा रहा है। यहां लगातार संक्रमण बढ़ते जा रहे हैं जो इस वक्त चीन के हाथों से बाहर निकल गए हैं। चीन लगातार इसपर काबू करने की कोशिश कर रहा है लेकिन, वो इसमें विफल है। देश के सबसे बड़े शहर शंघाई में कोविड-19के मामले बढ़ रहे हैं। लाखों लोग लॉकडाउन के कारण अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24घंटे में संक्रमण के 438नए मामलों की पुष्टि हुई है। साथ ही 7,788ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं हैं। दोनों तरह के मामले कल की तुलना में थोड़े ज्यादा हैं। वहीं, उत्तर पूर्वी प्रांत जिलिन में रविवार कोरोना वायरस के कुल 4,455नए मामले सामने आए, जो शनिवार को सामने आए मामलों से अधिक हैं। कई देशों की तुलना में यह संख्या कम है, लेकिन दैनिक मामले चीन में 2019के अंत में वुहान में मिले मामलों के बाद सबसे ज्यादा हैं।
शंघाई में 2.6 करोड़ की आबादी दो चरणों में लॉकडाउन का सामना कर रही है। यहां हालात इतने खराब हो चुके हैं कि चीनी प्रशासन को यहां पर सेना भेजने पड़ी है। एक रिपोर्ट की माने तो, शंघाई में PLA ने कुल 2000 मेडिकल पर्सनल्स की तैनाती की है। अलग-अलग इलाकों में हजारों की संख्या में हेल्थवर्कर्स भी तैनात किए गए हैं। ये लोग घर-घर जाकर कोरोना टेस्टिंग कर रहे हैं।