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अपने ही लोगों को जान से मारने पर तुला है China, आठ दिनों से घरों में कैद- खाना तो दूर पानी के लिए तरस गए हैं लोग- देखें वजह

Omicron ने चीन में मचाई तबाही! लॉकडाउन से बुरा हाल

कोरोना वायरस को लेकर शुरू से ही चीन पर शक जाता रहा है। क्योंकि कई रिपोर्टों में यह जावा किया गया है कि, यह जानलेवा वायरस चीन के वुहान लैब से निकला है। जहां पूरी दुनिया में कोरोना महामारी ने तबाही मचाई तो वहीं चीन में भी इसने कम तबाही नहीं मचाई और अब एक बार फिर से नए वेरिएंट ओमीक्रॉन का प्रकोप दुनिया में फिर से देखने को मिल रहा है। और चीन में आलम यह है कि लोगों को आठ दिनों से खाना तक नसीब नहीं हुआ है। नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए चीन में लॉकडाउन लगा दिया गया है। जिसके बाद से लोगों का काफी बुरा हाल है।

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कोविड-19 के नए लहर के चलते उत्तरी पश्चिमी चीनी शहर जियान में आठ दिन से लॉकडाउन जारी है। इस शहर में कई लोग कई दिनों से भूखे हैं। चीनी नेशनल हेल्थ कमीशन के मुताबिक 29 दिसंबर को चीन में 156 नए लोकल ट्रांसमिशन वाले केस रिपोर्ट हुए हैं। इन 156 केस में से 155 जियान क्षेत्र से थे। लोकल ट्रांसमिशन के अलावा भी कोविड के 51 इंपोर्टेड केस मिले हैं। 9 दिसंबर से अब तक इस क्षेत्र में 1,117 नए मामले सामने आए हैं।

रिपोर्ट की माने तो 30 दिसंबर से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की शुरुआत की गई है। साथ ही सभी पब्लिक एक्टिविटी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एक सरकार अधिकारी झांग फेनगु का कहना है कि, जियान शहर वायरस के खिलाफ अपनी लड़ाई में जिंदगी और मौत वाले स्टेज में पहुंच गया है।

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यूरोप जैसे देशों की तुलना में जियान में कोविड के केस बहुत कम हैं। लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों ने 23 दिसंबर से शहर के भीतर और बाहर यात्रा पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। अधिकारियों ने बताया है कि सरकार जल्द से जल्द बढ़ते प्रकोप को कंट्रोल करना चाहती है। स्थानीय लोगों को अपने गरों से बाहर निकलने तक पर रोक है। उन्हें साफ तौर पर कहा गया है कि जब तक वे कोरोना का टेस्ट नहीं करवाते या स्थानीय अधिकारियों द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल को नहीं मान रहे तब तक बाहर नहीं जा सकते। एक अधिकारी का कहना है कि, लॉकडाउन लगाए जाने के कारण बुनियादी जरूरी चीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार संगठनों में कर्मचारियों की कमी हो गई है। सरकार इस समस्या को हल करने के लिए काम कर रही है।