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रूस से एटमी जंग का खतरा, फिनलैंड SaaB खरीदेगा अरबों रुपये की एंटी टैंक मिसाइलें

रूस एक महाशक्तिशाली देश है और इसमें कोई शक नहीं है कि अकेले किसी भी देश में रूस से लड़ने की ताकत नहीं है। यूक्रेन जंग को लेकर लोग भली-भांती जानते हैं कि ये जंग मिनटों की नई सेकेंड्स की है लेकिन, यहां आम जनता के चलते ये युद्ध इतना लंबा खींचते चला जा रहा है। अब नाटो में शामिल होने की कोशिश में जुटे फिनलैंड (Finland) ने स्वीडन से अरबों डॉलर के हथियार की डील की है। फिनिश रक्षा मंत्री मिक्को सवोला ने बताया है कि उनका देश स्वीडिश एयरोस्पेस एंड डिफेंस कंपनी साब से 37 मिलियन यूरो (39 मिलियन डॉलर) में NLAW एंटी-टैंक मिसाइल सिस्टम की खरीद को मंजूरी दी है।

इस दौरान फिनलैंड के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर इस डील की पुष्टि की है। फिनलैंड की सीमा रूस से लगी हुई है। यह देश यूक्रेन पर रूसी हमले के पहले तक तटस्थ रहा। लेकिन, अब बदले हुए सुरक्षा हालात के कारण फिनलैंड ने नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन किया है। रक्षा मंत्री मिक्को सवोला ने NLAW एंटी-टैंक मिसाइलों की खरीद के लिए डिफेंस फोर्सेज के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि वैल्यू एडेड टैक्स के बिना इस खरीद का कुल मूल्य लगभग 37 मिलियन यूरो है। भारतीय रुपये में यह राशि 3,22,14,78,000 होगी। मंत्रालय ने बताया है कि इस खरीद को फिनलैंड के अनुपूरक बजट से फाइनेंस किया जाएगा। इसमें सेना के लिए फास्ट ट्रैक से हथियारों की खरीद के लिए अलग से बजट का निर्धारण किया गया है।

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स्वीडन और यूके ने मिलकर किया था डेवलप

फिनलैंड स्वीडिश रक्षा सामग्री प्रशासन और साब के बीच एक रूपरेखा समझौते के तहत स्वीडन और यूनाइटेड किंगडम के साथ संयुक्त रूप से साब द्वारा वितरित मिसाइलों की खरीद करेगा। NLAW एंटी-टैंक मिसाइल के डेवलपमेंट को स्वीडन और यूनाइटेड किंगडम ने फाइनेंस किया है। इसका निर्माण स्वीडिस कंपनी साब ने की है।