पेरिस से करीब 100 किमी दूर स्थित 50,000 की जनसंख्या वाले ब्यूवेस कस्बे में बनी मस्जिद अगले 6 महीनों के लिए बंद रहेगी। दरअसल, फ्रांस ने इस्लामिक कट्टरपंथ को आड़े हाथ लेते हुए एक विवादित मस्जिद पर ताला जड़ दिया है। इसी मस्जिद के इमाम पर ईसाइयों, समलैंगिक लोगों और यहूदियों के प्रति नफरत फैलाने और जिहाद का समर्थन करने का आरोप है। जिसके चलते फ्रांस सरकार ने इस मस्जिद को बंद करने का फैसला लिया। उत्तरी फ्रांस के ब्यूवेस की मस्जिद के इमाम की उपदेश देने की कट्टरपंथी प्रकृति के कारण मस्जिद को बंद कर दिया गया।
France Closes Mosque After Radical Imam Defended Jihad, Incited Hatred Towards Christians, Gays And Jews https://t.co/kzdHDsHdRV pic.twitter.com/sbiPIFRf2E
— Daily Wire (@realDailyWire) December 28, 2021
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओइसे प्रांत के अधिकारियों ने बताया कि मस्जिद से नफरत, हिंसा और जिहाद को उकसाने वाले उपदेश दिए जा रहे थे। इस वजह से मस्जिद को अगले 6 महीनों के लिए बंद किया गया है। फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने दो सप्ताह पहले साइट को बंद करने की प्रक्रिया शुरू की थी। डारमैनिन ने कहा कि इमाम अपने उपदेशों में ईसाइयों, समलैंगिकों और यहूदियों को निशाना बना रहे थे, जो अस्वीकार्य है। कानूनी तौर पर कार्रवाई करने से पहले स्थानीय अधिकारियों को 10 दिनों की सूचना एकत्र करने को कहा गया था।
France shuts down mosque over alleged pro-violence sermons https://t.co/cL4rRHQSZe pic.twitter.com/FYNPxehw8v
— The Hill (@thehill) December 28, 2021
बताया जा रहा है कि मस्जिद के इमाम ने हाल ही में इस्लाम धर्म कबूल किया था। वहीं, मस्जिद का प्रबंधन करने वाले एसोसिएशन के एक वकील ने बताया कि इमाम की बातों को गलत ढंग से लिया गया। हालांकि, फिर भी उसे निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि एसोसिएशन का दावा है कि इमाम ने मस्जिद से कभी-कभार ही उपदेश दिया था और अब उन्हें निलंबित कर दिया गया था, जबकि वास्तव में वह मस्जिद में नियमित तौर पर आते थे। उन्होंने कहा कि इमाम ने जिहाद, इस्लाम के दुश्मनों के खिलाफ युद्ध जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके ईसाइयों, समलैंगिकों और यहूदियों के खिलाफ नफरत फैलाने का काम किया। देश में आतंकवादी खतरा बहुत उच्च स्तर पर बना हुआ है और बंद का उद्देश्य आतंकवाद के कृत्यों को रोकना है।