Tejas MK2 Engine: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर तेजस MK2 के इंजन को भारत में बनाने की डील फाइनल हो सकती है। अब तक भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में अमेरिका के जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) के इंजन लगते हैं। अब जीई की योजना भारत में लड़ाकू जेट इंजन बनाने की है। ये डील भारत और अमेरिका के बीच गवर्मेंट टू गवर्टमेंट होने वाली है। इस डील को अगले हफ्ते अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन की भारत यात्रा के दौरान अंतिम रूप दिया जा सकता है।
अमेरिकी कंपनी भारत में बनाना चाहती है इंजन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जनरल इलेक्ट्रिक की सहायक कंपनी जीई एयरोस्पेस भारत में जेट इंजन प्रौद्योगिकी विकसित करने की योजना पर एक साल से ज्यादा समय से चर्चा कर रही है। संभावना है कि इस सौदे की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले महीने अमेरिका की राजकीय यात्रा के दौरान की जा सकती है। पीएम मोदी (PM Modi) 21 से 24 जून तक अमेरिका की आधिकारिक राजकीय यात्रा पर जाएंगे, जहां उनकी मेजबानी व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद करेंगे। इस साल जनवरी में वाशिंगटन में यूएस-इंडिया इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (आईसीईटी) पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने कहा था कि उसे भारत में संयुक्त रूप से विमान इंजन बनाने के लिए जीई से एक आवेदन मिला है।
तेजस MK2 में लगेंगे मेड इन इंडिया इंजन
अगर सब कुछ सही रहता है तो जनरल इलेक्ट्रिक भारत में GE के F414 जेट इंजन का निर्माण करेगा। इसे मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत योजना को मजबूती मिलेगी। GE के F414 इंजन को तेजस MK2 में लगाया जाएगा। वर्तमान में तेजस MK1 वेरिएंट में जनरल इलेक्ट्रिक के GE F404 जेट इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। भारत पहले से ही विदेशी निर्माताओं के साथ मिलकर 114 मल्टीरोल फाइटर जेट बनने की योजना बना रहा है। अमेरिका ने यह भी कहा है कि वह भारत के साथ जेट इंजन प्रौद्योगिकी के पूर्ण हस्तांतरण के लिए तैयार है।