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दोगला पाकिस्तान फिर बेनकाब! कर्ज लेने के लिए बोला झूठ, तो IMF ने दे दिया जोर का झटका

पाकिस्तान को आईएमएफ ने दिया झटका

कंगाल पाकिस्तान (Pakistan) के हालात इस समय कुछ सही यही चल रहे है और वह अब खून के आंसू रो रहा है। पाकिस्तान में इस समय हाल बद से बदतर होते जा रहा है। मुल्क में गरीबों पर महंगाई की मार बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि रोटी के लिए जनता तरस रही है। क्योंकि, इस वक्त आटें का भाव रिकॉर्ड हाई पर है। दरअसल पिछले कुछ समय सी पाकिस्तान में आर्थिक संकट (Financial crisis) लगातार गहराता जा रहा है। आलम यह है कि पाकिस्तानी जनता को आटा तक के लिए आपस में लड़ना-झगना पड़ रहा है। वहीं पैसों के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को इस बार आईएमएफ ने जोर का झटका दिया है। आईएमएफ ने पाकिस्तान के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें उसने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की सभी शर्तों को पूरा करने का दावा किया था।

दरअसल, मीडिया में आई खबरों में इस बात की जानकारी दी गई है। गौरतलब है कि पाकिस्तान (Pakistan) बीते कुछ वक्त से लगातार पैसों की कमी से जूझ रहा है। उसने अलग-अलग देशों से मदद की गुहार लगाई है। इसके अलावा पाकिस्तान को आईएमएफ से लोन मिलने की भी उम्मीद थी, लेकिन आईएमएफ के इस झटके बाद उसके लिए हालात मुश्किल होना तय है।

2019 में हुआ था समझौता

आईएमएफ ने पाकिस्तान को कुछ शर्तों पर छह अरब डॉलर देने के लिए 2019 में समझौता किया था। यह योजना कई बार बेपटरी हुई और पूरा भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है। इसके पीछे वजह यह है कि आईएमएफ चाहता है कि पाकिस्तान सभी शर्तों का पालन करे। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और वित्त मंत्री इशाक दार ने बार-बार दावा किया है कि समझौते पर पहुंचने के लिए पाकिस्तान ने सभी शर्तें पूरी कर ली हैं और समझौते से पीछे हटने का कोई कारण नहीं है।

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पहली किश्त अब तक अटकी

पाकिस्तान (Pakistan) को आईएमएफ द्वारा मंजूर की गई कर्ज की रकम की पहली किश्त अब तक भी अटकी हुई है। आईएमएफ द्वारा 2019 में पाकिस्तान के लिए तय बेलआउट प्रोग्राम जून में पूरा हो जाएगा। अगर तब तक कर्ज की किस्तें जारी नहीं हुईं, तो इस प्रोग्राम का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। इसके लिए आईएमएफ ने पाकिस्तान के आर्थिक हालत और उसके वित्तीय कार्यक्रमों को लेकर समीक्षा बैठकों का सिलसिला शुरू किया था। आठ बैठकों के बाद नौवीं बैठक में आईएमएफ ने कुछ कड़ी शर्तें रख दीं और इसको लेकर विवाद होने लगा।

पाकिस्तान में खाने-पीने के सामान का संकट

पाकिस्तान में आईएमएफ मिशन के प्रमुख नाथन पोर्टर के हवाले से बताया कि आईएमएफ पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ लगातार काम कर रहा है। गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार कैश क्राइसिस से जूझ रहा है। इसके चलते वहां पर खाने-पीने के सामान का संकट खड़ा हो गया है। आटा तक बेहद महंगे दाम पर मिल रहा है और सामान खरीदने के लिए लगी लाइनों में झगड़े की नौबत आ जा रही है। पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में हुई ऐसी घटनाओं में कई लोगों की जान तक जा चुकी है। यहां तक कि आम लोगों में भी काफी ज्यादा असंतोष है और वह सरकार और देश की कार्यप्रणाली पर नाखुशी जता चुके हैं।