सत्ता में वापसी के लिए बौखलाए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों नई सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इसके साथ ही जनता को गुमराह करने के लिए जमकर रैलियां कर रहे हैं। इमरान खान अपनी सरकार गिरने के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ बताते हैं। उनका कहना है कि, पाकिस्तान की नई सरकार अमेरिका की गुलाम है और मुझे सत्ता से बाहर करने के लिए व्हाइट हाउसे से साजिश रची गई थी। इमरान खान इतना बौखलाए हुए हैं कि वो किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने आरोप लगाया है कि, PTI अध्यक्ष इमरान खान देश में गृहयुद्ध चाहते हैं।
शरीफ ने चेतावनी दी है कि, देश उनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा। शहबाज शरीफ ने रविवार को कहा कि, इमरान नियाजी देश में गृहयुद्ध शुरू करना चाहते हैं। लेकिन उन्हें गलतफहमी है। देश उन्हें (पाप के लिए) कभी माफ नहीं करेगा। दरअसल, कहा जा रहा है कि, इमरान खान 25 मई को राजधानी इस्लामाबाद में एक लंबा मार्च शुरू करने जा रहे हैं। जिसे लेकर मैजूद पाक पीएम काफी परेशान हैं। इस मार्च को लेकर उन्होंने कहा कि, जरूरत पड़ने पर फैसला लिया जाएगा। ऐसे में आर्मी भी बुलाया जा सकता है।
बहावलपुर में रविवार को इसी मुद्दे पर बोलते हुए, आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि सरकार और उसके सहयोगी तय करेंगे कि पीटीआई के लॉन्ग मार्च को इस्लामाबाद में प्रवेश करने की अनुमति दी जानी चाहिए या नहीं। उन्होंने मीडिया से कहा, अगर गठबंधन कोई एक्शन लेता है, तो हम प्रदर्शनकारियों को उनके घरों से बाहर भी नहीं निकलने देंगे। जब उन्हें बताया गया कि पीटीआई नेतृत्व ने शांतिपूर्ण रहने का वादा किया था, तो मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि उन्हें इमरान खान पर भरोसा नहीं है क्योंकि उनका झूठ बोलने और यू-टर्न लेने का इतिहास रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, पीटीआई और उसके कार्यकर्ताओँ के पिछले रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए मेरी आशंका है कि वे अराजकता पैदा करने के इरादे से इस्लामाबाद आएंगे। व्यक्तिगत रूप से वह इमरान खान को उसी जेल में तीन दिनों के लिए हिरासत में रखना चहाते हैं, जहां वह (खुद मंत्री) एक रचे गए ड्रग तस्करी मामले में महीनों तक कैद थे। उन्होंने कहा, तीन दिन सलाखों के पीछे रहे तो उनकी (इमरान खान की) राजनीति का सफाया हो जाएगा।