चीन की हरकत सीमा पर फिर से बढ़ रही है। LAC पर चीन ने अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है साथ ही भारत की सीमा से सटे कई जगहों पर निर्माण कार्य करा रहा है। चीन की इस हरकतों का भारत मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। भारत हर मोर्चे पर तैयार है। इस बीच भारत ने अमेरिका के विदेश मंत्री वेंडी शरमन के सामने इस मसले को उठाया है। भारत ने चीन और पाकिस्तान की सारी हरकतों का चीट्ठा अमेरिका के सामने पेश किया है।
भारत ने साफ शब्दों में कहा कि हम सीमा पर गतिरोध नहीं चाहते, लेकिन कोई घुसपैठ की कोशिश करेगा तो उसे माकूल जवाब दिया जाएगा। भारत ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जो स्थिति है उसमें कोई भी बदलाव हमें स्वीकार नहीं होगा। तनाव कम करने के लिए सेनाओं को हटाने की कोशिश की जानकारी भी भारतीय पक्ष ने बैठक में दी है।
अमेरिका और चीन के बीच संबंध बेहतर नहीं हैं। कई मौकों पर दोनों देश आमने-सामने आ चुके हैं। कोरोना के बाद से तो कड़वाहट और बढ़ गई है। चीन दुनिया भर में रो मैटेरियल सप्लाई को कंट्रोल करता है, अमेरिका को चीन कई मोर्चे पर चुनौती दे रहा है। चीन तालिबान को मान्याता दिलाने के लिए दवाब बना रहा है। हालांकि अमेरिका ने साफ कह दिया है कि अभी तालिबान को मान्यता मिलना दूर कौड़ी है।
वहीं पाकिस्तान को लेकर भारत ने फिर से स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान लगातार आंतकी गुट को भारत में आतंक फैलाने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। भारत के खिलाफ राज्य प्रायोजित आतंकवाद जारी है। साथ ही नए खतरो का जिक्र भी किया गया है जिसमे पाक स्थित आतंकियो और तालिबान आतंकियो के गठजोड़ का मसला शामिल है। भारत चाहता है कि आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई हो। अमेरिका ने भी भारत की चिंता पर अपनी सहमति जताई है। सूत्रों ने बताया कि दोनों देश जल्द ही किसी ठोस हल की तरफ बढ़ेंगे।