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15 किमी दूर से इंसान पता बता देगा ये सिस्टम! LAC पर पहली बार तैनात होंगे ये हथियार

भारत ने सीमा पर नए हथियार शामिल किए

भारत और चीन (India-China) के बीच बढ़ते तनाव के बीच सीमा रेखा पर भारत लगातार खुद को मजबूत कर रहा है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में नए और उन्नत हथियारों को तैनात किया है। इनमें धनुष होवित्जर के साथ, M4 क्विक रिस्पांस के साथ ऐसा सर्विलांस सिस्टम भी तैनात किया गया है जो 15 किमी दूर से किसी भी इंसानी गतिविधि के बारे में जान सकता है। पूर्वी लद्दाख के न्योमा सैन्य स्टेशन पर भारत लगातार खुद को मजबूत कर रहा है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में दुश्मन को जवाब दिया जा सके। यह सैन्य स्टेशन 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।

पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना को मजबूती देने के लिए स्वदेशी तोप धनुष होवित्जर तैनात है, यह 48 किलोमीटर तक लक्ष्य भेदने की क्षमता रखती है। इस तोप का निर्माण 2010 में शुरू किया गया था जिसे ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बनाया जाता है। यह 13 टन वजनी है। खास बात ये है कि इसे किसी भी मौसम और परिस्थिति में इस्तेमाल किया जा सकता है।आर्टिलरी रेजीमेंट के कैप्टन वी मिश्र ने एएनआई से बातचीत में बताया है कि जल्द ही 114 तोपें और सेना से जुड़ने वाली हैं।

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गणतंत्र दिवस की परेड में आपने M4 क्विक रिएक्शन व्हीकल की झलक देखी होगी। इसे इंडिया में ही बनाया गया है। गलवान में चीन की सेना से झड़प के बाद बॉर्डर पर मूवमेंट के लिए इस तरह के वाहन की जरूरत समझी जा रही थी। भारतीय सेना (Indian Army) ने चीन सीमा पर ऑल टेरेन वाहनों को भी तैनात किया है, यह एक बार में चार से छह सैनिकों को ले जा सकता है। इस वाहन का प्रयोग दुर्गम चौकियों तक पहुंचने के लिए किया जाता है। यह वाहन अत्यधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भी काम कर सकते हैं। मालूम हो सेना ने चीन सीमा पर अपना निगरानी तंत्र भी मजबूत किया है, यहां पर टाटा रजक का ऐसा सर्विलांस सिस्टम लगाया गया है जो 15 किमी दूर हुई इंसानी गतिविधि और 25 किमी दूर हुई वाहनों की गतिविधि का पता लगा सकता है।