पाकिस्तान भारती आर्थिक संकट से गुजर रहा है। खाने पीने की चेजों के दामों में आग लगी हुई है। रिफाईन तेल तो 600 रुपये से भी ज्यादा ऊपर हो गया है। लोगों की जिंदगी तहत नहस हुई है। लेकिन, इसके बाद भी वो भारत के कामों टांग अड़ाने से बाज नहीं आ रहा है। कश्मीर राग तो पाकिस्तान ने गले में कंठ कर बैठा लिया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में लगातार पाकिस्तान कश्मीर मुद्धा उठाता है लेकिन, हर बार मुंह की खाता है। इस बार तो भारत में करारा पलटवार करते हुए कहा है कि, कश्मीर में जो कुछ भी हो रहा है और हुआ उसका दोषी पाकिस्तान ही है।
भारत ने कहा कि, पड़ोसी देश इस बात का जीवंत उदाहरण है कि नरसंहार व जातीय हिंसा जैसे गंभीर अपराधों को जिम्मेदार देश लगातार कैसे अपना बचाव कर सकता है। भारत सीमापार आतंकवाद के खिलाफ निरंतर ठोस व निर्णायक कार्रवाई जारी रखेगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की काउंसलर व कानूनी सलाहकार डॉ. काजल भट्ट ने गुरुवार को सुरक्षा परिषद में यह बात कही। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा फैलाए गए झूठ और दुर्भावनापूर्ण प्रचार का जवाब देने के लिए उन्हें मजबूर होना पड़ा, क्योंकि पाकिस्तान के प्रतिनिधि झूठ बोलने के आदी हैं। आज हम अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन की जवाबदेही को मजबूत करने और उसका फैसला करने को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, विडंबना यह है कि पाकिस्तानी प्रतिनिधि की पूर्वी पाकिस्तान, जो कि अब बांग्लादेश है, में किए गए नरसंहार के अपने इतिहास को लेकर याददाश्त खो गई है। 50 साल पहले के इस नरसंहार की जिम्मेदारी उन्होंने अब तक न तो कबूल की और न ही माफी मांगी है। उन्होंने यह जवाब पाकिस्तान के दूत द्वारा सुरक्षा परिषद में अंतरराष्ट्रीय कानूनों के गंभीर हनन पर जिम्मेदारी तय करने को लेकर खुली चर्चा के दौरान जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाने पर दिया। सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष अल्बानिया की अध्यक्षता में यह चर्चा हो रही थी।