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America को UNGA में भारत का करारा झटका! देख गदगद हुए राष्ट्रपति Putin

India again stayed away from voting ondemnation motion in unga

India in UNGA on Russia: रूस और भारत (Russia and India Relations) के बीच कितना गहरी दोस्ती है यह पिछले 8 महीने में पूरी दुनिया को देखने को मिली है। दरअसल, रूस ने जब से यूक्रेन (Russia-Ukraine War) पर हमला बोला है तब से ही अमेरिका दुनिया को पुतिन के खिलाफ एक जुट करने पर लगा हुई है। लेकिन, भारत अपने आप को इससे दूर रखे हुआ है। भारत न तो रूस के समर्थन में है और न ही खिलाफ। यह देख अमेरिका भन्नाया हुआ है, वो चाहता है कि, इंडिया पुतिन के खिलाफ बोले। रूस के खिलाफ जब भी संयुक्त राष्ट्र में वोटिंग हुई है भारत इससे दूर हो गया है। अब एक बार फिर से भारत ने रूस संग (India in UNGA on Russia) अपनी दोस्ती निभाते हुए UNGA में निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग से दूर रहा। यह देख रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बेहद खुश होंगे। संयुक्त राष्ट्र महासभा (India in UNGA on Russia) में कल रूस के खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव पेश किया गया और इसपर वोटिंग हुई। भारत ने खुद को इस वोटिंग से दूर रखा।

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भारत सहित 35 देश रहे दूर
हालांकि, यूक्रेन में संघर्ष के बढ़ने पर भारत ने गहरी चिंता व्यक्त की। भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस वक्तव्य को दहराया जिसमें उन्होंने बातचीत के जरिए इस लड़ाई को खत्म करने का संदेश दिया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा में जो निंदा प्रस्ताव पेश किया गया उसमें रूस के द्वारा यूक्रेन में डोनेट्स्क, खेरसॉन, लुहान्स्क और जापोरिज्जिया पर कब्जे को अवैध करार दिया गया है। निंदा प्रस्ताव के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत इसकी कोई वैधता नहीं है। 193 सदस्यीय महासभा में 143 देशों ने इसके समर्थन में वोट किया। 5 देश इसके खिलाफ अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, भारत सहित 35 देशों ने खुद को वोटिंग से दूर रखा।

वोटिंग से दूर रहने पर भारत का बयान
UN में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग से दूर रहने का निर्णय हमारी राष्ट्रीय स्थिति के अनुरूप था। उन्होंने कबा कि, अन्य मुद्दे भी साथ चल रहे हैं। उनमें से कुछ को प्रस्ताव में पर्याप्त रूप से संबोधित नहीं किया गया है। मेरे प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह युद्ध का युग नहीं हो सकता। बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रयास करने के इस दृढ़ संकल्प के साथ भारत ने वोटिंग परहेज करने का फैसला किया है।

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चिरा कंबोज बोली, शत्रुता और हिंसा किसी के हित में नहीं
इसके आगे वो बोली की, भारत यूक्रेन में संघर्ष के बढ़ने पर चिंतित है। उन्होंने कहा कि, हमने लगातार इस बात की वकालत की है कि मानव जीवन की कीमत पर कोई समाधान कभी नहीं निकाला जा सकता है। शत्रुता और हिंसा को बढ़ाना किसी के हित में नहीं है। हमने आग्रह किया है कि शत्रुता को तत्काल समाप्त करने और बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर तत्काल लौटने के लिए सभी प्रयास किए जाएं।