Hindi News

indianarrative

पाकिस्तान को India की दो टूक, कहा- अब और नहीं सहेंगे कश्मीर पर तुम्हारी बेतुकी बातें! दूर रहना- वरना वो हाल करेंगे कि…

पाकिस्तान को मिला इंडिया से जवाब

पाकिस्तान की राजनीति भारत के नाम पर शुरू होती है और इंडिया के नाम पर खत्म होती है। सत्ता में कोई भी प्रधानमंत्री वो भारत के नाम पर ही अपनी राजनीति की शुरुआत करता है। भारत के कामों में टांग अड़ाने वाले इस पाकिस्तान को हर बार मुंह की खानी पड़ती है। खासकर कश्मीर तो पाकिस्तन के कंठ में घर कर गई है। ये वो पाकिस्तान है जो पीओके और बलूचिस्तान के लोगों को उनको मूल चीजों से दूर रखा है। उन्हें नौकरी तो दूर अच्छी शिक्षा तक नहीं दे पा रहा लेकिन, कश्मीर का नाम नहीं भूलता। पीओके और बलूच को छोड़िए पाकिस्तान की हालत इस वक्त यह है कि उसे खुद खाने के लाले पड़े हुए हैं। जहां अपने देश की अर्थव्यवस्था बचानी चाहिए तो वहीं, कश्मीर राग अलाप रहा है। इसपर भारत ने जबरदस्त जवाब देते हुए चेतावनी दी है कि, इस मुद्दे से दूर रहे। इसके साथ ही भारत ने कहा है कि, पाकिस्तान जल्द से जल्द भारतीय क्षेत्रों को खाली कर देना चाहिए जिस पर उसने अवैध और जबरन कब्जा किया हुआ है।

दरअसल, पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने जम्मू-कश्मीर में परिसीमन को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया है। भारत ने पाकिस्तान के इस कदम की तीखी आलोचना की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली द्वारा पारित हास्यास्पद प्रस्ताव को हम स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं। पाकिस्तान के पास पाकिस्तान के अवैध कब्जे के तहत भारतीय क्षेत्रों सहित भारत के आंतरिक मामलों में फैसला लेने या हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। मामले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि, हम भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में परिसीमन के विषय पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली द्वारा पारित हास्यास्पद प्रस्ताव को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान के पास अवैध और जबरन कब्जे के तहत भारतीय क्षेत्रों सहित भारत के आंतरिक मामलों में निर्णय लेने या हस्तेक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।

इसके साथ ही पाकिस्तान को सीख देते हुए बागची ने कहा है कि, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और लद्दाख का पूरा क्षेत्र हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में परिसीमन अभ्यास व्यापक हितधारक परामर्श और भागीदारी के सिद्धांतों पर आधारित एख लोकतांत्रिक अभ्यास है। इसके साथ ही पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए उन्होंने कहा कि, यह खेद की बात है कि पाकिस्तान अपने घर को व्यवस्थित करने के बजाय भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखता है और आधारहीन और भारत विरोधी प्रचार में संलग्न रहता है।

इसके साथ ही बागची ने कहा कि, हम फिर से कह रहे हैं कि, पाकिस्तान को तत्काल सीमा पार भारत विरोधी आतंकवाद को समाप्त करना चाहिए और आतंकवाद के अपेन बुनियादी ढांचे को बंद करना चाहिए। साथ ही पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में गंभीर और लगातार मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकना चाहिए और इस क्षेत्र की स्थित में कोई औऱ महत्वपूर्ण परिवर्तन करने से बचना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान को भारतीय क्षेत्रों को खाली कर देना चाहिए जिस पर उसने अवैध और जबरन कब्जा किया हुआ है।